झाबुआ। मुंबई के लालबाग के राजा की तर्ज पर मनाए जाने वाले झाबुआ के राजा गणेशोत्सव की तैयारियां पूरी हो गई है. गणेश उत्सव की शुरुआत 31 अगस्त से होगी. झाबुआ में गणेश जी की सबसे बड़ी प्रतिमा कस्तूरबा मार्ग पर विराजित की जाएगी. झाबुआ के राजा गणेश जी को मन्नतों का राजा भी कहते हैं. गणेशोत्सव को लेकर झाबुआ के राजा उत्सव समिति ने इस बार भव्य आयोजन के बीच भगवान गणेश का भव्य आगमन किया. झाबुआ के राजा की एक झलक देखने और दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी. गाजे बाजे के साथ झाबुआ के राजा को भव्य शोभायात्रा के रूप में कस्तूरबा मार्ग में बनाए गए भव्य पंडाल में लाया गया है. (Lord Ganesha Idol Welcome Jhabua)
आतिशबाजी के साथ बप्पा का स्वागत: आस्था ऐसी कि समूचा शहर झाबुआ के राजा के दरबार में मत्था टेकने आता है. कोरोना संक्रमण के चलते पिछले दो साल से ये आयोजन नहीं हो पाया था. लिहाजा इस साल भक्तों में जबर्दस्त उत्साह है. जब झाबुआ के राजा की प्रतिमा को बस स्टैंड पर लाया गया तो यहां बड़ी संख्या में भक्त जमा हो गए. जैसे ही प्रतिमा का अनावरण किया गया समूचा वातावरण गणपति बप्पा मोरया के जयकारे से गूंज उठा. भक्त हाथ जोड़कर खड़े हो गए. कई लोगों ने तो अपने मोबाइल में भी इस दृश्य को कैद कर लिया. बस स्टैंड पर करीब आधे घंटे तक जमकर आतिशबाजी की गई. इसके बाद भव्य शोभायात्रा के रूप में झाबुआ के राजा को दरबार में लाया गया. (Ganesh Chaturthi 2022)
बड़ौदा से आए कलाकार ने तैयार की प्रतिमा: शोभायात्रा थांदला गेट, रुनवाल बाजार, लक्ष्मीबाई मार्ग, राजवाड़ा चौक होती हुई कस्तूरबा मार्ग पहुंची. इस दौरान रास्ते में भक्तों ने भगवान की पूरी आस्था के साथ अगवानी की. शोभायात्रा के साथ चल रहे श्रद्धालुओं के लिए राजवाड़ा चौक में समाजसेवी गोपाल सोनी की ओर से आइसक्रीम की व्यवस्था भी की गई थी. भगवान की प्रतिमा तैयार करने के लिए खास तौर पर बड़ौदा से कलाकार झाबुआ आए थे. इस बार भगवान राम की तरह प्रतिमा को तैयार किया गया है. 31 अगस्त को शुभ मुहूर्त में भगवान की प्रतिमा की विधि विधान से स्थापना की जाएगी. (Ganesh Utsav 2022) (jhabua king statue welcome in pandal)