झाबुआ। जिले में दीपावली पर्व को लेकर हर वर्ग समुदाय में उत्साह का माहौल है. दीपाली पर लोग दीयों से अपने घर को रोशन करते हैं और इन मिट्टी के दीयों को बनाने का काम झाबुआ में युद्धस्तर पर किया जा रहा है. लोगों की मांग के अनुसार अलग-अलग रंग और डिजाइन में दिए तैयार किए जा रहे है. जो धनतेरस के एक दिन पहले बिक्री के लिए बाजार में पहुंचेंगे.
इस बार दिवाली पर मिट्टी के दीयों से रोशन होंगे घर - कुम्हार समुदाय
दिवाली का त्योहार आते ही दीयों की मांग ज्यादा हो गई है जिसको लेकर युद्ध स्तर पर इनको बनाने का काम जारी है.
दिवाली पर मिट्टी के दीए बनाने का दौर शुरू,
झाबुआ। जिले में दीपावली पर्व को लेकर हर वर्ग समुदाय में उत्साह का माहौल है. दीपाली पर लोग दीयों से अपने घर को रोशन करते हैं और इन मिट्टी के दीयों को बनाने का काम झाबुआ में युद्धस्तर पर किया जा रहा है. लोगों की मांग के अनुसार अलग-अलग रंग और डिजाइन में दिए तैयार किए जा रहे है. जो धनतेरस के एक दिन पहले बिक्री के लिए बाजार में पहुंचेंगे.
Intro:झाबुआ : झाबुआ में दीपावली पर्व को लेकर हर वर्ग समुदाय में उत्साह का माहौल रहता है. दीपाली पर हर घर दीयों से अपने घर को रोशन करता है और इन मिट्टी के दीए बनाने का काम झाबुआ में युद्धस्तर पर किया जा रहा है ।
Body:शहर के कुम्हार वाला मोहल्ले में प्रजापत समुदाय के सैकड़ों लोग हर साल मिट्टी के दीए बनाते हैं । बाजार में चाइना के झिलमिल लाइट आने के चलते इस व्यवसाय पर फर्क पड़ा है, मगर आज भी लोग मिट्टी के दिए से अपने घरों पर रोशनी करना पसंद करते है।
Conclusion:मिट्टी के दीए बनाने का काम कुम्हार समुदाय के सभी सदस्य करते हैं महिलाएं बच्चे और परिवार के अन्य सदस्य इस व्यवसाय में त्यौहार आने के पहले जुड़ जाते हैं ताकि मांग के अनुरूप दीयों की पूर्ति हो सके झाबुआ शहर में आने वाले दीपावली पर्व के पहले दियो की खूब मांग रहती है । लोगों की मांग के अनुसार अलग-अलग रंग और डिजाइन में दिए तैयार किए जा रहे हैं जो धन तेरश के एक दिन पहले बिक्री के लिए पहुंचेंगे ।
Body:शहर के कुम्हार वाला मोहल्ले में प्रजापत समुदाय के सैकड़ों लोग हर साल मिट्टी के दीए बनाते हैं । बाजार में चाइना के झिलमिल लाइट आने के चलते इस व्यवसाय पर फर्क पड़ा है, मगर आज भी लोग मिट्टी के दिए से अपने घरों पर रोशनी करना पसंद करते है।
Conclusion:मिट्टी के दीए बनाने का काम कुम्हार समुदाय के सभी सदस्य करते हैं महिलाएं बच्चे और परिवार के अन्य सदस्य इस व्यवसाय में त्यौहार आने के पहले जुड़ जाते हैं ताकि मांग के अनुरूप दीयों की पूर्ति हो सके झाबुआ शहर में आने वाले दीपावली पर्व के पहले दियो की खूब मांग रहती है । लोगों की मांग के अनुसार अलग-अलग रंग और डिजाइन में दिए तैयार किए जा रहे हैं जो धन तेरश के एक दिन पहले बिक्री के लिए पहुंचेंगे ।
Last Updated : Oct 22, 2019, 8:38 PM IST