झाबुआ। किसान ने हमेशा अपना पसीना बनाकर लोगों का पेट भरा है. लेकिन सरकार की उपेक्षा और गलत नीतियों की वजह से जिले के किसानों की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ है. जिसके चलते राष्ट्रीय किसान दिवस के मौके पर किसानों ने अपनी फसल के सही दाम की मांग की है.
किसानों ने केंद्र सरकार से स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशों को लागू करने के साथ ही खेती को मनरेगा से जोड़ने की अपील की है. वहीं गांव में प्रोसेसिंग यूनिट लगाकर किसानों के उपज का सही दाम और सही इस्तेमाल की मांग किसानों ने रखी है.
खेती में प्रयोग संसाधन, कीटनाशक, खाद के दाम लगातार बढ़ रहे हैं. जिससे आमदनी की तुलना में लागत बढ़ती जा रही है. हालत ये है कि एक तरफ तो किसानों को उपज का सही दाम नहीं मिलता और दूसरी ओर बिचौलियों के कारण उसे सही लाभ भी नहीं मिल पाता है. जिससे किसानों की हालत बदतर होती जा रही है.