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ज्यादा ब्याज के लालच में डूब गए करोड़ों रुपए, चिटफंड कंपनी हुईं रफूचक्कर

झाबुआ में चिटफंड कंपनियों ने कई लोगों के साथ ठगी है. पैसा डबल करने के लालच में किसी की जिंदगी भर की कमाई डूब गई तो किसी की जमा पूंजी फंस गई. ऐसे में लोग पुलिस के पास शिकायत लेकर पहुंचे हैं. पुलिस ने भी सभी को मदद का भरोसा दिया है और जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है. पढ़िए पूरी खबर...

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ज्यादा ब्याज के लालच में डूब गए करोड़ों रुपए
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Published : Jul 24, 2020, 10:48 PM IST

झाबुआ। आदिवासी बहुल झाबुआ जिले के भोले-भाले लोगों को अच्छे निवेश का लालच देकर चिटफंड कंपनियों ने जिले से करोड़ों रुपए जमा कराए और रफूचक्कर हो गई. निवेशकों ने अपनी गाढ़ी कमाई का पैसा इन कंपनियों में अच्छे ब्याज की लालच में लगाया था. समय अवधि पूरी होने के बाद ये कंपनियां पैसे देने की बजाय ग्राहकों को प्रताड़ित कर रही हैं. ऐसे में एक नहीं सैकड़ों मामले हैं, जिनमें निवेशक अपना पैसा वापसी के लिए परेशान होकर पुलिस से मदद और कार्रवाई की गुहार लगाने पहुंचे हैं.

ज्यादा ब्याज के लालच में डूब गए करोड़ों रुपए

झाबुआ में 12 से ज्यादा चिटफंड कंपनियों में निवेश करने वाले सैकड़ों लोग पुलिस की शरण में पहुंचे हैं. लोगों का कहना है कि कंपनियों ने अच्छे लाभ का सपना दिखाकर उनसे लाखों रुपए जमा करवाए और अब कंपनी उनकी पूंजी वापस नहीं कर रहीं हैं. लिहाजा एक ओर इन लोगों को कई सालों के ब्याज का नुकसान हुआ तो दूसरी ओर मूलधन का पैसा भी वापस नहीं मिल रहा. किसी का 28 लाख, किसी का 50 हजार तो किसी की जिंदगी भर की कमाई चिटफंड कंपनी में डूब गई. पीड़ित कई बार एसपी, कलेक्टर, मंत्री, नेता सबको आवेदन दिए, लेकिन कुछ नहीं हो पया.

पैसे डबल करने का दिया था लालच

कंपनियों में पैसा जमा कराने वाले एजेंट भी फरियादियों के संगे सबंधी और रिश्तेदार हैं. यही वजह है कि लोगों ने भरोसे के साथ पैसा जमा किया और वो डूब गया. लिहाजा एजेंट और निवेशकों में कई पैसों की लेन देन को लेकर विवाद भी हुआ और मामला थाने भी पहुंचा. लोगों का कहना है कि दो साल से आवेदन दे रहे हैं, लेकिन कुछ नही हो रहा. झाबुआ के लोगों को सहारा, सनसाईन और एचबीएन जैसी कंपनियों ने पहले तो पैसा डबल करने का लालच दिया और बाद में सब लेकर गायब हो गईं.

इन लोगों के डूब गए लाखों रुपए

मेघनगर के रहने वाले पडीयार के पचास लाख रूपये डूबे हैं तो पिटोल की रहने वाली महिला के 28 लाख रूपये डूब गए. अब इनके पास कुछ नहीं बचा. मेघनगर के निसार पठान के एक लाख रुपए फंसे हैं. उनकी पत्नी बीमार है और ऐसे में उन्हें पैसों की बेहद जरूरत है.

पुलिस ने चलाया अभियान

प्रदेश सरकार के निर्देश पर एक बार फिर झाबुआ में पुलिस ने चिटफंड कंपनियों के खिलाफ अभियान चलाया है. झाबुआ पुलिस ने ऐसे मामलों के निपटारे के लिए एक एसआईटी गठित की है, जिसकी जानकारी के बाद ड़ेढ़ सौ निवेशकों ने दो दर्जन से ज्यादा चिटफंड कंपनियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस इस मामले में जांच के बाद अब एफआईआर दर्ज करने की तैयारी कर रही है.

झाबुआ। आदिवासी बहुल झाबुआ जिले के भोले-भाले लोगों को अच्छे निवेश का लालच देकर चिटफंड कंपनियों ने जिले से करोड़ों रुपए जमा कराए और रफूचक्कर हो गई. निवेशकों ने अपनी गाढ़ी कमाई का पैसा इन कंपनियों में अच्छे ब्याज की लालच में लगाया था. समय अवधि पूरी होने के बाद ये कंपनियां पैसे देने की बजाय ग्राहकों को प्रताड़ित कर रही हैं. ऐसे में एक नहीं सैकड़ों मामले हैं, जिनमें निवेशक अपना पैसा वापसी के लिए परेशान होकर पुलिस से मदद और कार्रवाई की गुहार लगाने पहुंचे हैं.

ज्यादा ब्याज के लालच में डूब गए करोड़ों रुपए

झाबुआ में 12 से ज्यादा चिटफंड कंपनियों में निवेश करने वाले सैकड़ों लोग पुलिस की शरण में पहुंचे हैं. लोगों का कहना है कि कंपनियों ने अच्छे लाभ का सपना दिखाकर उनसे लाखों रुपए जमा करवाए और अब कंपनी उनकी पूंजी वापस नहीं कर रहीं हैं. लिहाजा एक ओर इन लोगों को कई सालों के ब्याज का नुकसान हुआ तो दूसरी ओर मूलधन का पैसा भी वापस नहीं मिल रहा. किसी का 28 लाख, किसी का 50 हजार तो किसी की जिंदगी भर की कमाई चिटफंड कंपनी में डूब गई. पीड़ित कई बार एसपी, कलेक्टर, मंत्री, नेता सबको आवेदन दिए, लेकिन कुछ नहीं हो पया.

पैसे डबल करने का दिया था लालच

कंपनियों में पैसा जमा कराने वाले एजेंट भी फरियादियों के संगे सबंधी और रिश्तेदार हैं. यही वजह है कि लोगों ने भरोसे के साथ पैसा जमा किया और वो डूब गया. लिहाजा एजेंट और निवेशकों में कई पैसों की लेन देन को लेकर विवाद भी हुआ और मामला थाने भी पहुंचा. लोगों का कहना है कि दो साल से आवेदन दे रहे हैं, लेकिन कुछ नही हो रहा. झाबुआ के लोगों को सहारा, सनसाईन और एचबीएन जैसी कंपनियों ने पहले तो पैसा डबल करने का लालच दिया और बाद में सब लेकर गायब हो गईं.

इन लोगों के डूब गए लाखों रुपए

मेघनगर के रहने वाले पडीयार के पचास लाख रूपये डूबे हैं तो पिटोल की रहने वाली महिला के 28 लाख रूपये डूब गए. अब इनके पास कुछ नहीं बचा. मेघनगर के निसार पठान के एक लाख रुपए फंसे हैं. उनकी पत्नी बीमार है और ऐसे में उन्हें पैसों की बेहद जरूरत है.

पुलिस ने चलाया अभियान

प्रदेश सरकार के निर्देश पर एक बार फिर झाबुआ में पुलिस ने चिटफंड कंपनियों के खिलाफ अभियान चलाया है. झाबुआ पुलिस ने ऐसे मामलों के निपटारे के लिए एक एसआईटी गठित की है, जिसकी जानकारी के बाद ड़ेढ़ सौ निवेशकों ने दो दर्जन से ज्यादा चिटफंड कंपनियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस इस मामले में जांच के बाद अब एफआईआर दर्ज करने की तैयारी कर रही है.

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