झाबुआ। आगामी दिनों में झाबुआ प्रशासन एक नवाचार करने जा रहा है. इस नवाचार के तहत जिले में एक साथ 20 हजार बालिकाएं मार्शल आर्ट कराते का प्रदर्शन कर वर्ल्ड रिकॉर्ड की तैयारी करने जा रही हैं. इस वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए 6 से ज्यादा विभागों के अधिकारी-कर्मचारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है. जिला कलेक्टर से मिले निर्देश के बाद खेल विभाग ने इसके लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन भी किया है, जहां बालिकाओं को मार्शल आर्ट कराते सिखाने के लिए ट्रेनरों को ट्रेनिंग दी जा रही है.
रतलाम के रिकॉर्ड को तोड़ने की तैयारी
रतलाम में बनाए गए मार्शल आर्ट कराते के वर्ल्ड रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए झाबुआ प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी हैं. इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए आदिवासी विकास विभाग के शिक्षकों , शिक्षा विभाग , पीटीआई , जिला कराटे एसोसिएशन, नेहरू युवा कल्याण विभाग, खेल विभाग सहित कई विभागों के कर्मचारियों की मदद ली जा रही है. खेल विभाग ने मार्शल आर्ट कराते का प्रशिक्षण देने के लिए मध्य प्रदेश कराते एसोसिएशन के हेड कोच को झाबुआ बुलाया गया है, जो स्कूली शिक्षक शिक्षिकाओं और खेल प्रशिक्षकों को कराते की ट्रेनिंग दे रहे हैं.
2018 में रतलाम में बना था रिकॉर्ड
03 मार्च 2018 में रतलाम जिले में 5 हजार लड़कियों ने विक्रम खेल मैदान में आयोजित आत्मरक्षा प्रशिक्षण के तहत वज्र वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था. अब झाबुआ में इसी रिकॉर्ड को तोड़कर नया रिकॉर्ड बनाए जाने की तैयारी की जा रही है.
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जिला प्रशासन ने फिलहाल अब तक वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए जाने को लेकर कोई औपचारिक घोषणा और तारीख का ऐलान नहीं किया गया है लेकिन इसकी तैयारी युद्ध स्तर पर शुरू कर दी गई है. शैक्षणिक सत्र शुरू होते ही कक्षा 9वीं से 12वीं की छात्राओं को स्कूल और संकुल वार प्रशिक्षण दिया जाएगा. प्रशिक्षण के बाद प्रशासन गोपालपुरा स्थित हवाई पट्टी पर एक साथ 20 हजार छात्राओं के मार्शल आर्ट का प्रदर्शन कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की अधिकृत घोषणा करेगा.