झाबुआ। पश्चिमी मप्र के आदिवासी अंचल झाबुआ के 112 और आलीराजपुर के 84 बदमाश सीमावर्ती गुजरात राज्य में वांटेड है. इनकी गिरफ्तारी के लिए अब मप्र और गुजरात की पुलिस संयुक्त रूप से मुहिम चलाएगी. इसी सिलसिले में शनिवार को झाबुआ में दोनों राज्य के तीन जिलों के एसपी और अन्य पुलिस अधिकारी पहुंचे और उन्होंने अपराध और अपराधियों का रिकॉर्ड साझा किया और आपसी समन्वय के साथ इनकी धरपकड़ का प्लान बनाया.
चुनाव को देखते पुलिस अधिकारियों ने की मीटिंगः विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान ही इस तरह सीमावर्ती क्षेत्रों के पुलिस अधिकारी साथ में बैठकर रणनीति तैयार करते हैं. इस बार झाबुआ एसपी अगम जैन ने लंबे समय से फरार और एक-दूसरे के राज्य में वांटेड अपराधियों को पकड़ने के लिए खास तौर पर बॉर्डर मीटिंग बुलाई. इसमें सीमावर्ती गुजरात राज्य के दाहोद जिले के एसपी बलराम मीणा और आलीराजपुर जिले के एसपी हंसराजसिंह मौजूद रहे. उनके साथ ही इन जिलों के एसडीओपी और बॉर्डर एरिया के थानों के टीआई भी शामिल हुए. इस मीटिंग में थानेवार एक-एक अपराधी का रिकॉर्ड एक-दूसरे के साथ साझा किया. साथ ही तय किया कि हर तीन महीने में एसडीओपी लेवल पर एक बॉर्डर मीटिंग आयोजित कर अपराधों की समीक्षा की जाए. इससे आपसी तालमेल बेहतर होगा और अपराधियों को पकड़ने में आसानी रहेगी.
दोनों जिले से बड़ी संख्या में गुजरात जाते हैं ग्रामीणः झाबुआ और अलीराजपुर जिले से हर साल बड़ी संख्या में ग्रामीण मजदूरी के लिए सीमावर्ती गुजरात राज्य जाते हैं. इसमें कई अपराधिक तत्व भी होते हैं, जो वहां वारदात को अंजाम देकर वापस यहां आ जाते हैं. चूंकि झाबुआ जिले की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि गुजरात पुलिस जब उन्हें पकड़ने के लिए आती है तो वे पहले ही अपना ठिकाना बदल लेते हैं. स्थानीय पुलिस के साथ समन्वय बैठाकर ऐसे अपराधियों को पकड़ने में आसानी होगी.
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अपराध नियंत्रण के लिए यह बैठक रखी गई थीः गुजरात राज्य के दाहोद जिले के एसपी बलराम मीणा ने बताया अपराध नियंत्रण के उद्देश्य से यह संयुक्त बैठक रखी गई थी. एक-दूसरे से अपराधियों का रिकॉर्ड साझा किया है. अब संयुक्त रूप से मुहिम चलाकर अपराधियों को गिरफ्तार किया जाएगा.