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सराहनीय पहल : HIV पीड़ित युवा भी बसाएंगे घर, परिचय सम्मेलन देवास में, ये है कार्यक्रम की रूपरेखा

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Published : Apr 4, 2022, 4:22 PM IST

एचआईवी (Human immunodeficiency viruses) HIV बीमारी का नाम सुनते ही लोग उस व्यक्ति को हेय नजरों से देखने लगते हैं. यही वजह है कि इस रोग के प्रति जागरूकता और लोगो की हीनभावना को दूर रखने के लिए कुछ एनजीओ काम करने में जुटे हुए हैं. मध्यप्रदेश के देवास जिले में जल्द ही एचआईवी पॉजिटिव युवक-युवतियों का परिचय सम्मेलन करवाया जा रहा है. (HIV suffering youth will also marriage) (introduction conference of HIV youth)

introduction conference of HIV youth
HIV पीड़ित युवा भी बसाएंगे घर

जबलपुर। मध्यप्रदेश के देवास जिले में एनजीओ डीएलएन (डिस्ट्रिक लेबल नेटवर्क) एक अनोखा कार्यक्रम करवा रहा है. इस परिचय सम्मेलन में सिर्फ एड्स से पीड़ित युवक-युवतियों को प्रवेश दिया जाएगा. एनजीओ के मुताबिक जो भी इस परिचय सम्मेलन में आएगा चाहे वह युवक हो य फिर युवती, उसका नाम और पता गोपनीय रखा जाएगा. यह आयोजन आगामी 1 मई 2022 को देवास में होगा.

कार्यक्रम के लिए एंट्री फीस : डीएलएन के संयोजक ने बताया कि एचआईवी पॉजिटिव लोगों को हमेशा से ही लोग हीनभावना से देखते हैं. यही कारण है कि लोगों में एचआईवी के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए युवक-युवतियों का परिचय सम्मेलन करवाया जा रहा है. इस सम्मेलन में युवक की 500 रुपये और युवती की 300 रुपये एंट्री फीस होगी. एनजीओ के अनुसार इस कार्यक्रम में सरकार से किसी भी तरह की मदद नहीं ली जाती है. इस सम्मेलन में रिश्ता बनने से एचआईवी पीड़ित भी अपना परिवार बसाकर रह सकते हैं.

इस एनजीओ में सभी कार्यकर्ता एचआईवी पॉजिटिव : आमतौर पर एचआईवी पीड़ित अपने आपको समाज से अलग रखते है. अपनी पहचान नहीं बताते हैं पर इस एनजीओ में काम करने वाले सभी लोग पॉजिटिव हैं, जोकि खुलकर अब सामने आ रहे हैं बल्कि पॉजिटिव लोगो का घर भी बसा रहे हैं. मध्यप्रदेश में इससे पहले 2013 और 2016 में भी एचआईवी पीड़ितों का परिचय सम्मेलन हुआ था. उस समय संख्या बहुत कम थी. 2013 में इंदौर में सम्मेलन हुआ था, जिसमे करीब 40 से 50 लोग शामिल हुए थे. इस सम्मेलन में 3 परिवार बने थे, जबकि 2016 में ग्वालियर में कार्यक्रम हुआ था. वहाँ पर भी 5 से 6 एचआईवी पॉजिटिव युवक-युवतियों का विवाह हुआ था.

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एचआईवी से घबराएं नहीं, दवा से ठीक हो रहे हैं मरीज : डीएलए के सदस्य शिवदयाल पटेल बताते हैं कि एचआईवी पीड़ित को इस बीमारी से घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि दवाएं इसकी बहुत अच्छी हैं, जिससे व्यक्ति का जीवन भी अच्छा हो रहा है. एचआईवी पीड़ित लोग भी अपना परिवार बसा सकते हैं और अच्छा जीवन जी सकते हैं. डीएलएन (डिस्ट्रिक लेबल नेटवर्क) आगामी 1 मई को होने वाले परिचय सम्मेलन की तैयारी में जुटे हैं.

(HIV suffering youth will also marriage) (introduction conference of HIV youth)

जबलपुर। मध्यप्रदेश के देवास जिले में एनजीओ डीएलएन (डिस्ट्रिक लेबल नेटवर्क) एक अनोखा कार्यक्रम करवा रहा है. इस परिचय सम्मेलन में सिर्फ एड्स से पीड़ित युवक-युवतियों को प्रवेश दिया जाएगा. एनजीओ के मुताबिक जो भी इस परिचय सम्मेलन में आएगा चाहे वह युवक हो य फिर युवती, उसका नाम और पता गोपनीय रखा जाएगा. यह आयोजन आगामी 1 मई 2022 को देवास में होगा.

कार्यक्रम के लिए एंट्री फीस : डीएलएन के संयोजक ने बताया कि एचआईवी पॉजिटिव लोगों को हमेशा से ही लोग हीनभावना से देखते हैं. यही कारण है कि लोगों में एचआईवी के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए युवक-युवतियों का परिचय सम्मेलन करवाया जा रहा है. इस सम्मेलन में युवक की 500 रुपये और युवती की 300 रुपये एंट्री फीस होगी. एनजीओ के अनुसार इस कार्यक्रम में सरकार से किसी भी तरह की मदद नहीं ली जाती है. इस सम्मेलन में रिश्ता बनने से एचआईवी पीड़ित भी अपना परिवार बसाकर रह सकते हैं.

इस एनजीओ में सभी कार्यकर्ता एचआईवी पॉजिटिव : आमतौर पर एचआईवी पीड़ित अपने आपको समाज से अलग रखते है. अपनी पहचान नहीं बताते हैं पर इस एनजीओ में काम करने वाले सभी लोग पॉजिटिव हैं, जोकि खुलकर अब सामने आ रहे हैं बल्कि पॉजिटिव लोगो का घर भी बसा रहे हैं. मध्यप्रदेश में इससे पहले 2013 और 2016 में भी एचआईवी पीड़ितों का परिचय सम्मेलन हुआ था. उस समय संख्या बहुत कम थी. 2013 में इंदौर में सम्मेलन हुआ था, जिसमे करीब 40 से 50 लोग शामिल हुए थे. इस सम्मेलन में 3 परिवार बने थे, जबकि 2016 में ग्वालियर में कार्यक्रम हुआ था. वहाँ पर भी 5 से 6 एचआईवी पॉजिटिव युवक-युवतियों का विवाह हुआ था.

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एचआईवी से घबराएं नहीं, दवा से ठीक हो रहे हैं मरीज : डीएलए के सदस्य शिवदयाल पटेल बताते हैं कि एचआईवी पीड़ित को इस बीमारी से घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि दवाएं इसकी बहुत अच्छी हैं, जिससे व्यक्ति का जीवन भी अच्छा हो रहा है. एचआईवी पीड़ित लोग भी अपना परिवार बसा सकते हैं और अच्छा जीवन जी सकते हैं. डीएलएन (डिस्ट्रिक लेबल नेटवर्क) आगामी 1 मई को होने वाले परिचय सम्मेलन की तैयारी में जुटे हैं.

(HIV suffering youth will also marriage) (introduction conference of HIV youth)

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