जबलपुर। माढोताल SBI बैंक शाखा के मैनेजर अनुज कुमार से 17 लाख रुपए की ठगी हुई है. उन्होंने ओमती थाने में शिकायत दर्ज कराई है. मैनेजर कुछ समय पहले ही इस शाखा में जॉइन किये थे, उनके मुताबिक उनके फोन पर नई जॉइनिंग की बधाई के लिये फोन आया, फिर उसी नंबर से उनके साथ ठगी की गई.
ऐसे दिया ठगी की वारदात को अंजाम-
अनुज के पास एक फोन आया, फोन करने वाले ने रॉबिन खटवानी नाम से खुद का परिचय दिया, रॉबिन खटवानी जबलपुर के खटवानी मोटर्स के मालिक हैं, इनका एसबीआई की शाखा में अकाउंट है और इस खाते से लाखों रुपए का लेन-देन रोजाना होता है. पहली बार अनुज कुमार के पास जब फोन आया तो बैंक में जॉइनिंग की बधाई देने के लिए आया, इसके बाद 2-3 बार फोन करके फर्जीवाड़ा करने वाले ने बैंक मैनेजर को ये विश्वास दिला दिया कि वो रॉबिन खटवानी ही बोल रहा है.
मैनेजर को पूरा भरोसा हो गया, तब फर्जीवाड़ा करने वाले शख्स ने अनुज को फोन करके कहा कि उन्हें 8 लाख 23 हजार रुपये गोपालगंज के एक अकाउंट में तुरंत ट्रांसफर करना है, वह अपना एक चेक भिजवा रहे हैं, जब तक चेक पहुंचता है तब तक आप अकाउंट में पैसा ट्रांसफर कर दीजिए, डिटेल व्हाट्सएप पर मिल जायेगी, लेकिन उस दिन खटवानी मोटर्स का कोई चेक नहीं आया. दूसरे दिन फिर साहिबाबाद के अकाउंट में 8 लाख 75 हजार रुपये ट्रांसफर करने के लिए अनुज के पास उसी नंबर से फोन आया, जो रॉबिन खटवानी के नाम से सेव था.
अनुज ने फोन पर हुई बातचीत के आधार पर लगभग 17 लाख रुपये दो अलग-अलग अकाउंट में ट्रांसफर कर दिये, लेकिन देर रात जब चेक नहीं आया तो अनुज कुमार ने खटवानी मोटर्स के उस नंबर पर फोन लगाया जो अकाउंट में लिखा था. इसके बाद अनुज कुमार को अपने साथ हुई ठगी का एहसास हुआ, साथ ही खटवानी मोटर्स ने साफ किया कि उन्होंने किसी को कोई पैसा ट्रांसफर करने के लिये नहीं कहा और न ही बैंक मैनेजर को फोन लगाया है.
इस पूरी घटना ने बैंक में रखे आपके पैसे पर सवाल खड़े कर दिए हैं, एसबीआई सबसे ज्यादा कागजी कार्रवाई के लिए जाना जाता है, लेकिन बिना किसी कागजी कार्रवाई के आखिर मैनेजर ने सिर्फ फोन पर बातचीत करके इतनी बड़ी रकम कैसे ट्रांसफर की, फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.