जबलपुर। जबलपुर के गोरखपुर थाना क्षेत्र में लूट की एक घटना सामने आयी है. जहां ढ़ोंगी साधुओं ने एक शिक्षक के घर में ब्रम्हदोष का भय दिखाकर को 13 लाख का चूना लगा दिया. जिसके चलते जो शिक्षक बच्चों को अंध विश्वास से दूर रहने की शिक्षा देता था, वह खुद ही अंधविश्वास के चक्कर में पड़कर कंगाल हो गया. जिसके बाद पीड़ित ने पुलिस से मदद की गुहार लगाई है. वहीं पुलिस ने घर पर लगे सीसीटीवी कैमरों की तस्वीर के आधार पर ठगों की तलाश शुरू कर दी है.
अशोक विहार कालोनी में रहने वाले अनिल पचौरी रामपुर के एक सरकारी स्कूल में शिक्षक हैं, उनका परिवार में लंबे समय से परेशानियां चल रहीं थीं, जिसके चलते वे भगवान और पूजा-पाठ में लगे रहते हैं.
4 सितंबर को उनके घर पहुंचे तीन ढोंगी साधुओं ने उन्हें उनकी समस्याओं के लिए पिछले जन्म में ब्रम्ह हत्या को जिम्मेदार बताया. उसके निवारण का उपाय पूछने पर उन्होंने पूजन पाठ करने के लिए 8 हजार रूपए का खर्च बताया. जिसके बाद अनिल ने उन्हें दस हजार दिया और उन्होंने तेरह दिन बाद पूजन करने का आश्वासन देकर चले गए.
ये ढ़ोंगी साधु 21 सितंबर को फिर और स्वर्ण पूजन का उपाय बताया. जिसके लिए उन्होंने कलश रखकर पूजन शुरू किया, साधुओं ने उन्हें पूरे परिवार के जेवर शुद्धि करने के लिए पूजन स्थल पर रखने को कहा. जिसके बाद पीड़ित परिवार ने घर के सारे गहने शुद्धि के लिए रख दिए, जिसमे अनिल की हीरे की अंगूठी भी शामिल है.
साधुओं ने दूसरे दिन शाम को हवन करने बाद ही परिवार को पूजन स्थल से जेवरों को उठाने की बात कही. इतना कहकर साधुओं ने परिवार के सभी सदस्यों को जेवरों की पोटली की तरफ पीठ करके बैठने कहा और आधे घंटे बाद पूजन स्थल से उठने के निर्देश दिए.
परिवार के सदस्य आधे घंटे बाद पूजन स्थल से उठे, लेकिन किसी ने भी जेवरों की जांच नहीं की. दूसरे दिन जब शाम को साधु नहीं पहुंचे तब परिवार को शक हुआ और उन्होंने जेवरों की पोटली खोलकर देखी, तो उसमें चार नकली सोने के कंगन रखे हुए थे. इसके बाद अनिल पचौरी ने थाने में पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई. जिसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे से प्राप्त तस्वीर के आधार पर जांच शुरु कर दी है.