जबलपुर। फरवरी में नर्मदा नदी के ग्वारीघाट पर होने वाले अर्धकुंभ को लेकर जिला प्रशासन और नगर निगम ने तैयारियां शुरू कर दी हैं, लेकिन इस तैयारी में अब रेलवे ने रोड़ा अटका दिया है. रेलवे का कहना है कि अर्धकुंभ के लिए जिस जमीन पर सफाई हो रही है, वो रेलवे की है. अर्धकुंभ के लिए जिला प्रशासन या नगर निगम ने अनुमति नहीं ली है, जिसके चलते काम रुकवाया गया है. आपत्ति के बाद जिला प्रशासन और रेलवे अधिकारियों के बीच हुई बैठक में मामला सुलझ गया है और अब नर्मदा को भव्य रूप देने की फिर से तैयारियां शुरू हो गई हैं.
नगर निगम प्रशासन जिस जमीन पर समतलीकरण और साफ-सफाई का काम कर रहा था, वह रेलवे की जमीन है. सूचना मिलते ही रेलवे की इंजीनियरिंग शाखा और आरपीएफ का दल मौके पर पहुंच गया और नगर निगम से अनुमति पत्र मांगा. जब निगम के अधिकारी पत्र नहीं दे पाए तो आरपीएफ ने वहां से खदेड़ दिया. हालांकि इससे पहले डीआरएम रेलवे के अधिकारियों से निगम आयुक्त और कलेक्टर ने चर्चा की थी, लेकिन अधिकारियों के पास कोई लिखित पत्र नहीं था.
बता दें कि नर्मदा अर्धकुंभ का आयोजन राज्य सरकार और शासन स्तर पर किया जा रहा है, जिसे लेकर जिला प्रशासन सहित संबंधित विभागों को जिम्मेदारी सौंपी गई है. बावजूद इसके रेलवे के अधिकारियों ने परमिशन को लेकर अड़ंगा लगा दिया. वहीं प्रदेश सरकार के मंत्री लखन घनघोरिया का भी कहना है कि अगर निगम ने रेलवे अनुमति नहीं ली है, तो उन्हें लेना चाहिए. नर्मदा अर्धकुंभ को लेकर किसी भी तरह का व्यवधान नहीं आने देंगे.