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रेत माफियाओं से रिश्वत लेने के आरोप में आरक्षक निलंबित, SDOP के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा

पिछले दिनों घूस लेते एसडीओपी का वीडियो वायरल होने के बाद एसपी ने आरक्षक को निलंबित कर दिया है, जबकि एसडीओपी के खिलाफ शासन को पत्र लिखकर उचित कार्रवाई की अनुशंसा की गई है.

रेत माफियाओं से रिश्वत लेने के आरोप में आरक्षक निलंबित
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Published : Aug 25, 2019, 6:24 PM IST

जबलपुर। पाटन के एसडीओपी एसएन पाठक का रेत माफियाओं से रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल होने के बाद बड़ी कार्रवाई की गई है. पुलिस अधीक्षक ने पैसा देने वाले आरक्षक देवेन्द्र जाट को निलंबित कर दिया है, जबकि पैसे लेने वाले एसडीओपी के खिलाफ शासन को पत्र लिखकर उचित कार्रवाई की अनुशंसा की है.

रेत माफियाओं से रिश्वत लेने के आरोप में आरक्षक निलंबित
पिछले दिनों पाटन एसडीओपी का एक वीडियो वायरल हुआ था. जिसमें वह घूस का पैसा गिनते हुए नजर आ रहे थे. उस वीडियो में जो शख्स पैसा देते हुए दिखाई दे रहा है, वह कोई और नहीं बल्कि शहपुरा थाने में पदस्थ आरक्षक देवेंद्र जाट हैं, जबकि साथ बैठा एक अन्य युवक रेत कारोबारी है.एसपी अमित सिंह ने बताया कि एसडीओपी के खिलाफ अवैध रेत परिवहन को संरक्षण देने की शिकायतें पहले से मिल रही थी. जिसके बाद उन्हें सात अगस्त को पत्र लिखकर इस संबंध में जबाब मांगा गया था, लेकिन गोलमोल जवाब देने पर एसपी ने 22 अगस्त को दुबारा नाराजगी जाहिर की थी. इसके बावजूद एसडीओपी ने अवैध कमाई को बंद नहीं किया. उन्होंने कहा कि पाठक का ट्रांसफर भी किया जा चुका है, लेकिन हाईकोर्ट से स्टे लेकर वह अपने पद पर जमे हुए हैं.

जबलपुर। पाटन के एसडीओपी एसएन पाठक का रेत माफियाओं से रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल होने के बाद बड़ी कार्रवाई की गई है. पुलिस अधीक्षक ने पैसा देने वाले आरक्षक देवेन्द्र जाट को निलंबित कर दिया है, जबकि पैसे लेने वाले एसडीओपी के खिलाफ शासन को पत्र लिखकर उचित कार्रवाई की अनुशंसा की है.

रेत माफियाओं से रिश्वत लेने के आरोप में आरक्षक निलंबित
पिछले दिनों पाटन एसडीओपी का एक वीडियो वायरल हुआ था. जिसमें वह घूस का पैसा गिनते हुए नजर आ रहे थे. उस वीडियो में जो शख्स पैसा देते हुए दिखाई दे रहा है, वह कोई और नहीं बल्कि शहपुरा थाने में पदस्थ आरक्षक देवेंद्र जाट हैं, जबकि साथ बैठा एक अन्य युवक रेत कारोबारी है.एसपी अमित सिंह ने बताया कि एसडीओपी के खिलाफ अवैध रेत परिवहन को संरक्षण देने की शिकायतें पहले से मिल रही थी. जिसके बाद उन्हें सात अगस्त को पत्र लिखकर इस संबंध में जबाब मांगा गया था, लेकिन गोलमोल जवाब देने पर एसपी ने 22 अगस्त को दुबारा नाराजगी जाहिर की थी. इसके बावजूद एसडीओपी ने अवैध कमाई को बंद नहीं किया. उन्होंने कहा कि पाठक का ट्रांसफर भी किया जा चुका है, लेकिन हाईकोर्ट से स्टे लेकर वह अपने पद पर जमे हुए हैं.
Intro:एंकर- पुलिस विभाग में पदस्थ जिस एसडीओपी पर रेत माफियाओं पर कार्रवाई करने की जिम्मेदारी थी वही रेत कारोबारियों से आरक्षक के माध्यम से पैसे लेते हुए पकड़ा गया, रिश्वतकांड का यह वीडियो जब वायरल हुआ तो जहां पुलिस की खाकी सवालों के घेरे में आ गई वहीं विभाग में हड़कंप मच गया। Body:दरअसल पाटन क्षेत्र के एसडीओपी एस. एन. पाठक के शनिवार की शाम कुछ वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गए जिसमें वे पैसे गिनते दिख रहे हैं, पैसे देने वाला शख्स कोई और नहीं बल्कि शहपुरा थाने में पदस्थ आरक्षक देवेंद्र जाट है, जबकि साथ बैठा एक अन्य युवक रेत कारोबारी है। एसपी अमित सिंह का कहना है कि उन्हें एसडीओपी के खिलाफ अवैध रेत परिवहन को संरक्षण देने की शिकायतें मिल रही थीं जिसके बाद उन्हें 7 अगस्त को पत्र लिखकर उनसे कार्रवाई के संबंध में जानकारी मांगी गई। गोलमोल जवाब देने पर उन्हें सख्त समझाइश भी दी गई और 22 अगस्त को ही एसपी ने दोबारा व्हाट्स एप्प पर मैसेज लिखकर कार्रवाई पर नाराजगी भी जाहिर की थी बावजूद इसके एसडीओपी साहब को कोई फर्क नहीं पड़ा और उन्होंने अपनी अवैध कमाई को जारी रखा जिसका परिणाम यह हुआ कि 24 अगस्त को उनके वीडियो वायरल हो गए। एसपी अमित सिंह ने यह भी बताया कि कुछ महीने पूर्व एसडीओपी एस. एन. पाठक का जबलपुर से ट्रांसफर हो गया था लेकिन उन्हेांने हाईकोर्ट से स्टे ले लिया जिसके बाद पुनः अपने पद पर जमे हुए हैं।
बाइट- अमित सिंह, एसपीConclusion:बहरहाल पुलिस अधीक्षक ने रिश्वत के पैसे देने वाले आरक्षक देवेंद्र जाट को निलंबित कर दिया है वहीं एसडीओपी के खिलाफ शासन को पत्र लिखकर उचित कार्रवाई करने अनुशंसा की है।
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