जबलपुर। शहर में कोरोना संक्रमण का अनोखा मामला सामने आया है, जहां विजयनगर थाने का पुलिस आरक्षक 6 महीने में 3 बार कोरोना संक्रमित पाया गया है. इस केस को लेकर डॉक्टरों का कहना है कि ये शोध का विषय है.
पुलिस आरक्षक तीसरी बार कोरोना संक्रमित
विजयनगर थाने में पदस्थ एक आरक्षक पहली बार 11 अगस्त को कोरोना वायरस से संक्रमित हुआ था, इसके बाद आरक्षक का एंटीबॉडी टेस्ट किया गया, जिसमें आरक्षक को स्वस्थ घोषित कर दिया गया. दोबारा आरक्षक की तबीयत 9 नवंबर को बिगड़ गई. एक बार फिर से कोरोना की जांच करवाई गई तो उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई और अच्छे इलाज की वजह से उसकी तबीयत जल्द ही ठीक हो गई. अभी तक सबकुछ ठीक चल रहा था, लेकिन 24 दिसंबर को उसे फिर से बुखार आया और 26 दिसंबर को उसकी कोरोना वायरस रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई. फिलहाल आरक्षक की तबीयत ठीक है, लेकिन वह सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में डॉक्टरों की निगरानी में इलाज करवा रहा है.
डॉक्टर का तर्क
मेडिकल कॉलेज के स्कूल ऑफ एक्सीलेंस पलमोनरी मेडिसिन के डायरेक्टर डॉक्टर जितेंद्र भार्गव का कहना है कि ये अपने आप में अनोखा मामला है, इसमें थोड़ी सी इन्वेस्टिगेशन की भी जरूरत है कि पहले आरक्षक जिस तरीके से दो बार बीमार हुआ है, उसकी रिपोर्टिंग किस स्टेज में की गई है. अगर ये सच में तीसरी बार कोरोना संक्रमित हुआ है तो वाकई ये चिंता की बात है.
फेफड़ों को नुकसान
कोविड केंद्र प्रभारी डॉक्टर संजय भारती का कहना है कि बार-बार कोरोना संक्रमण की वजह से आरक्षक के फेफड़े कमजोर हो गए हैं और सिकुड़ गए हैं, लेकिन उसकी तबीयत पूरी तरह से ठीक है. आरक्षक पर बराबर नजर रखी जा रही है.