ETV Bharat / state

जरा सी बारिश में ही खराब हो गया गेहूं का ओपन कैब, कलेक्टर ने माना घटिया निर्माण, दिए जांच के आदेश

जबलपुर में खों रुपए खर्च कर अनाजों को बचाने के लिए बनाया गए ओपन कैब जरा सी बारिश नहीं झेल पाया.

author img

By

Published : Jul 19, 2019, 6:19 PM IST

Updated : Jul 19, 2019, 6:51 PM IST

ओपन कैब

जबलपुर। किसानों की कड़ी मेहनत और सरकार के पैसों की बर्बादी किस तरह से हो रही है. यह नजारा जबलपुर में देखने को मिला, जहां लाखों रुपए खर्च कर अनाजों को बचाने के लिए बनाया गए ओपन कैब जरा सी बारिश नहीं झेल पाया. कलेक्टर ने घटिया निर्माण की बात को स्वीकार करते हुए मामले की जांच के आदेश दिए हैं.


मामला कुंडम तहसील के तिलसानी गांव में बने ओपन कैप का है. जहां थोड़ी सी बारिश में ही में ही ओपन कैब फट गया. जिससे कि कैब में रखा हजारों क्विंटल गेंहू पानी की भेंट चढ़ गया. हालांकि फटे हुए कैप को जल्द से जल्द सुधारने की ठेकेदारों द्वारा भरसक कोशिश की गई. इसके बावजूद सैकड़ों क्विंटल गेहूं पानी में खराब हो गया.

खराब हो गया गेहूं का ओपन कैब


वहीं पूरे मामले में वेयरहाउस प्रबंधन की बड़ी लापरवाही सामने आई है. क्योंकि जिस समय ओपन कैप बनाया जा रहा था, उस समय विभाग ने ना ही इसकी जांच की और ना ही ओपन बनाने वाले ठेकेदारों खिलाफ कोई कार्रवाई हुई. वहीं कलेक्टर भरत यादव का कहना है, कि थोड़ी सी बारिश में ही अगर ओपन कैब गिर गया है तो वह घटिया किस्म का बना होगा. कलेक्टर भरत यादव इस मामले में एसडीएम को जांच के निर्देश दिए हैं.

जबलपुर। किसानों की कड़ी मेहनत और सरकार के पैसों की बर्बादी किस तरह से हो रही है. यह नजारा जबलपुर में देखने को मिला, जहां लाखों रुपए खर्च कर अनाजों को बचाने के लिए बनाया गए ओपन कैब जरा सी बारिश नहीं झेल पाया. कलेक्टर ने घटिया निर्माण की बात को स्वीकार करते हुए मामले की जांच के आदेश दिए हैं.


मामला कुंडम तहसील के तिलसानी गांव में बने ओपन कैप का है. जहां थोड़ी सी बारिश में ही में ही ओपन कैब फट गया. जिससे कि कैब में रखा हजारों क्विंटल गेंहू पानी की भेंट चढ़ गया. हालांकि फटे हुए कैप को जल्द से जल्द सुधारने की ठेकेदारों द्वारा भरसक कोशिश की गई. इसके बावजूद सैकड़ों क्विंटल गेहूं पानी में खराब हो गया.

खराब हो गया गेहूं का ओपन कैब


वहीं पूरे मामले में वेयरहाउस प्रबंधन की बड़ी लापरवाही सामने आई है. क्योंकि जिस समय ओपन कैप बनाया जा रहा था, उस समय विभाग ने ना ही इसकी जांच की और ना ही ओपन बनाने वाले ठेकेदारों खिलाफ कोई कार्रवाई हुई. वहीं कलेक्टर भरत यादव का कहना है, कि थोड़ी सी बारिश में ही अगर ओपन कैब गिर गया है तो वह घटिया किस्म का बना होगा. कलेक्टर भरत यादव इस मामले में एसडीएम को जांच के निर्देश दिए हैं.

Intro:जबलपुर
किसानों की गाड़ी मेहनत और सरकार के पैसों की बर्बादी किस तरह से हो रही है यह देखने को मिला जबलपुर में जहां पर की लाखों रुपए खर्च कर अनाजों को बचाने के लिए बनाए गए ओपन कैब जरा सी बारिश में ही गिर गए और पूरा का पूरा कैब धाराशायी हो गया।


Body:मामला कुंडम तहसील के तिलसानी गांव में बने ओपन कैप का है जहां थोड़ी सी बारिश में ही मैं ही ओपन कैब फट गया जिससे कि कैब में रखा हजारों क्विंटल गेंहू पानी की भेंट चढ़ गया।हालांकि फटे हुए कैप को जल्द से जल्द सुधारने की ठेकेदारों के द्वारा भरसक कोशिश की गई बावजूद इसके सैकड़ों क्विंटल गेहूं पानी में खराब हो गया।इधर इस पूरे मामले में वेयरहाउस प्रबंधन की बड़ी लापरवाही सामने आई है।क्योंकि जिस समय ओपन कैप बनाया जा रहा था उस समय विभाग ने ना ही इसकी जांच की और ना ही ओपन के बनाने वाले ठेकेदारों खिलाफ कोई कार्यवाही हुई।


Conclusion:वही जब हमने कलेक्टर भरत यादव से इस मामले में बात की तो उन्होंने भी माना कि थोड़ी सी बारिश में ही अगर ओपन कैब गिर गया है तो निश्चित रूप से वह घटिया किस्म का बना होगा। कलेक्टर भरत यादव ने आप इस घटिया निर्माण के लिए एसडीएम को जांच करने के लिए निर्देश दिए है।
बाईट.1-भरत यादव.....कलेक्टर,जबलपुर
Last Updated : Jul 19, 2019, 6:51 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.