जबलपुर। पश्चिम मध्य रेलवे के तीनों मंडलों में से जबलपुर मंडल में 338 एफएसडी, भोपाल मंडल में 291 एफएसडी एवं कोटा मंडल में 403 एफएसडी सहित कुल 1032 फॉग सेफ्टी डिवाइस ट्रेनों में लगाई गई हैं. इस फॉग सेफ्टी डिवाइस से कोहरे प्रभावित सेक्शनों में लोको पायलटों को सुविधा मिलेगी.
क्या है फॉग सेफ्टी डिवाइस : यह ऐसा डिवाइस है जो जीपीएस टेक्नोलॉजी पर काम करता है. इस डिवाइस की मदद से ट्रेनों की अधिकतम गति को लगातार बनाए रखा जा सकता है. यह डिवाइस जीपीएस टेक्नोलॉजी से इनेबल्ड है और जीपीएस से रेलवे ट्रैक का मैप, सिग्नल, स्टेशन और रेल्वे क्रॉसिंग की जानकारी जुड़ी होती है. यह सिस्टम लोको पायलट को ट्रेन चलने के दौरान लेवल क्रॉसिंग और सिग्नल की जानकारी देता रहता है.
लोको पायलट को मिलेगी राहत : ट्रेन चलाने के दौरान लोको पायलट को एफएसडी से पता चल जाता है कि ट्रैक पर आगे कोई दिक्कत नहीं है तो वह उसी हिसाब से ट्रेन की गति बढ़ाता है. पश्चिम मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राहुल श्रीवास्तव का कहना है कि कोहरे में ट्रेनों की लेटतलीफी इस तकनीक से बंद हो जाएगी.