जबलपुर। नर्मदा जयंती आज (8 फरवरी) पूरे देश और प्रदेश में धूमधाम से मनाई जा रही है, लेकिन इस मौके पर नर्मदा भक्तों का दर्द एक बार फिर छलक गया है. ये दर्द है सरकारी वादे के खिलाफ, आज भी मां नर्मदा के आंचल में गंदे नालों का पानी मिलने का. ललपुर के पास आज भी शहर की गंदगी लिए खंदारी नाला नर्मदा नदी में सीधे गिर रहा है जबकि दावा हालात बदलने का था. इधर नर्मदा जयंती महोत्सव में शामिल होने सीएम शिवराज नर्मदापुरम जा रहे हैं, लेकिन उनके आने से पहले नर्मदापुरम के कांग्रेसियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. बता दें कि अपनी 14 सूत्री मांगों को लेकर एक दिन पहले शिवराज सिंह चौहान से मिलने को लेकर कांग्रेसियों ने कलेक्टर को ज्ञापन दिया था.
कब तक मैली होगी नर्मदा?
मां नर्मदा को अविरल और स्वच्छ बनाने का मुद्दा प्रदेश के हर विधानसभा चुनाव में गूंजता है, लेकिन बदलता कुछ नहीं. संस्कारधानी जबलपुर में नर्मदा को मां की तरह पूजा जाता है लेकिन यहां नर्मदा भक्तों की आस्थाएं चोटिल हो रही हैं. शहर के ग्वारीघाट से लेकर भेड़ाघाट तक, कई जगहों पर आज भी गंदे नालों का पानी नर्मदा में सीधे प्रवाहित हो रहा है, यहां ना सिर्फ कई छोटे नाले बल्कि शहर की तमाम गंदगी लिए खंदारी नाला सीधे नर्मदा नदी में समा जाता है. इसे लेकर कई बार विरोध-प्रदर्शन भी हुए लेकिन तस्वीरें आज तक नहीं बदली. पिछली नर्मदा जयंती पर दद्दा-घाट के पास खंदारी नाला नदी में मिलने की जगह पर धरना देने वाले विधायक संजय यादव ने आज भी इन्हीं हालातों पर शासन-प्रशासन को जमकर घेरा.
अधिकारियों का रटा-रटाया जवाब
बीते साल नर्मदा जयंती के मौके पर नर्मदा में गंदे नालों का पानी मिलने से रोकने के लिए विधायक संजय यादव ने धरना दिया, इस दौरान नगर निगम के तमाम अधिकारियों ने जल्द से जल्द यहां एसटीपी प्लांट लगाने वादा किया था और आज एक साल बाद भी अधिकारी वही रटा-रटाया जवाब दे रहे हैं. नगर निगम अधिकारी कहते हैं कि नर्मदा में गंदे नालों का पानी मिलने से रोकने की कार्य योजना पर काम जारी है और हालत जल्द बदलेंगे.
स्वच्छता के इंतजाम नाकाफी
जबलपुर के ग्वारीघाट में एसटीपी जरूर लगाया गया लेकिन इसकी क्षमता यहां गंदे पानी की आवक से कहीं कम है. दूसरी तरफ जबलपुर के भेड़ाघाट में छोटे-छोटे एसटीपी लगाने का काम शुरू ज़रूर हुआ लेकिन ये काम आज तक अधूरा है. इधर जबलपुर में खंदारी और शाह नाला बड़ी तादात में गंदगी लिए नर्मदा का आंचल प्रदूषित कर रहा है. बहरहाल उम्मीद यही की जा सकती है कि सरकार और प्रशासन अपनी कार्य योजना को तकनीकी दक्षता के साथ जल्द से जल्द अमलीजामा पहनाए ताकि प्रदेश की जीवन रेखा नर्मदा को स्वच्छ बनाया जा सके.
(Narmada Jayanti 2022) (jabalpur narmada jayanti)