जबलपुर। जिले में आज एमपी पीएससी की मुख्य परीक्षा का पहला पेपर हुआ. यह पेपर भूगोल और इतिहास का था. मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग ने मुख्य परीक्षा के उम्मीदवारों को अपने फॉर्मेट चौंका दिया.
पीएससी ने दिखाया कुछ और पूछा कुछ
परीक्षा के पेपर के बारे में जानकारी देते छात्र-छात्राओं ने बताया कि मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ने कुछ दिनों पहले मॉडल प्रश्न और उत्तर का एक फॉर्मेट जारी किया था. ज्यादातर छात्र-छात्राओं ने इसी के अनुसार तैयारी की थी. इस फॉर्मेट के अनुसार प्रश्न के उत्तर छोटे होने थे लेकिन पेपर में पुराने फॉर्मेट के अनुसार जवाब देने के लिए कहा गया, जिसमें उत्तर बड़े होते थे. इसकी वजह से छात्र-छात्राओं को बहुत अधिक परेशानी हुई. जिन लोगों की तैयारी कुछ कमजोर थी, जिनके पास डाटा कम था, उन्हें लंबा लिखने में समस्या हुई. वहीं छात्र-छात्राओं का कहना है कि पेपर सरल था और पेपर यदि सरल होता है तो कंपटीशन बढ़ जाता है.
पेपर में खेती-किसानी की बातें
छात्र-छात्राओं का कहना है की पेपर में मध्य प्रदेश से जुड़ी हुई बहुत सी जानकारियां पूछी गई थी. मध्य प्रदेश में गन्ना उत्पादक क्षेत्र, सोयाबीन उत्पादक क्षेत्र, कपास उत्पादन, खाद्य प्रसंस्करण, उद्योग शुष्क कृषि से जुड़े हुए सवाल भी पूछें गए. जबलपुर के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शंकर शाह और सिवनी के तुरिया आंदोलन के बारे में भी परीक्षा में पूछा गया.
जबलपुर में लॉकडाउन जारी, जानिए क्या हैं हाल
कोविड की गाइडलाइन के चलते छात्र-छात्राओं को सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करवाया गया. सभी का टेंपरेचर नापा गया. इसके बाद ही इन्हें परीक्षा हाल में जाने का मौका मिला. पीएससी की यह परीक्षा बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसी से क्लास टू ऑफिसर का चयन होता है.