जबलपुर। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ बरगी विधानसभा स्थित नादिया घाट पहुंचे और धार्मिक अनुष्ठानों के कार्यक्रम में उन्होंने हिस्सा लिया. नादिया घाट में 21 फीट ऊंचे नंदीश्वर शिवलिंग का भूमि पूजन और हवन कर कमलनाथ कलश यात्रा में भी शामिल हुए. भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया. स्पष्ट था कि, धर्म पथ की ओर अग्रसर कांग्रेस ने चुनावी साल में इस ओर कदम बढ़ा दिए हैं. मीडिया से बातचीत करते हुए कमलनाथ ने भाजपा पर तंज कसा है.
सिंधिया को लिया आड़े हाथ: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सरकार की विकास यात्रा को 'फ्रॉड यात्रा' करार दिया है. उन्होंने कहा कि, ये चुनावी नौटंकी है. आखिरी 7 महीने में बीजेपी जनता को गुमराह करना चाहती है. जनता आज मेरी 15 माह की सरकार याद कर रही है. मुझे प्रदेश के मतदाताओं पर पूरा भरोसा है. इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी आड़े हाथों लिया.
विकास यात्रा नहीं फ्रॉड यात्रा: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के आगामी दिनों में होने वाले जबलपुर दौरे और महाकौशल को लेकर फिक्रमंद पर कमलनाथ ने तीखा हमला बोला. उनका कहना था कि चुनाव के 7 माह पहले सीएम को महाकौशल याद आ रहा है. यह सब सिर्फ चुनावी नाटक नौटंकी है. यहां तक कि बीजेपी की विकास यात्रा भी फ्रॉड यात्रा से कम नहीं है. कमलनाथ ने सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि आखिरी 7 महीने में भाजपा जनता को गुमराह कर आखिर क्या करना चाहती है.
फिर गरमाया माहौल: मध्यप्रदेश में छाए सियासी हिंदुत्व के मुद्दे को लेकर एक बार फिर माहौल गरमा गया. संस्कारधानी जबलपुर में मध्य प्रदेश कांग्रेस धर्म एवं उत्सव प्रकोष्ठ के बैनर तले धार्मिक आयोजनों की श्रृंखला का कमलनाथ ने शुभारम्भ किया. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मां नर्मदा का पूजन किया. भगवान शिव का अभिषेक और गौ पूजन करते हुए चुनावी साल 2023 में कांग्रेस के धर्म पथ पर अग्रसर होने का आगाज कर दिया.
सिंधिया के जवाब पर पलटवार: पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि धर्म का ठेका सिर्फ भाजपा ने नहीं लिया है. कांग्रेस धार्मिक आयोजन करते आ रही है, लेकिन कभी उसकी पब्लिसिटी नहीं करती. कमलनाथ का कहना था कि उन्होंने सबसे बड़ा हनुमान मंदिर का निर्माण भी किया लेकिन कभी उसे पब्लिसिटी से नहीं जोड़ा. जबकि बीजेपी सिर्फ धर्म के आधार पर राजनीति करना चाहती है. आज मध्यप्रदेश कांग्रेस धर्म और उत्सव प्रकोष्ठ के कार्यक्रम में शामिल होकर मां नर्मदा का पूजन करना उन्होंने अपना सौभाग्य बताया. इसके साथ ही उन्होंने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए किए गए ट्वीट और उस पर सिंधिया के जवाब पर एक बार फिर पलटवार किया. उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस को तोपों की कोई जरूरत नहीं है. जनता उनकी 15 माह की सरकार को याद कर रही है.
MP: कमलनाथ का ज्योतिरादित्य पर बड़ा हमला, सिंधिया कोई बड़ी तोप नहीं
धर्म पथ पर कांग्रेस: नया साल नई सरकार के नारे के साथ सियासी साल 2023 का कांग्रेस ने आगाज किया है. साल के शुरुआती महीने में ही धर्म पथ पर कांग्रेस की ये तस्वीर स्पष्ट करती है कि अब जिन मुद्दों पर भाजपा जनता के बीच पहुंचती रही अब उसी के इर्द-गिर्द कांग्रेस भी अपनी सियासी चाल चल रही है. बहरहाल नर्मदा पूजा और धार्मिक अनुष्ठानों की ये बेला क्या कांग्रेस को सत्ता के सिंहासन पर पहुंचाएगी यह देखना दिलचस्प होगा.