जबलपुर। मध्यप्रदेश में चुनाव के कुछ महीने पहले बीते शनिवार यानि की 26 अगस्त को शिवराज मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया. इस मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कुछ नेताओं में नाराजगी भी साफ नजर आ रही है. इस मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर जबलपुर के पाटन से बीजेपी विधायक अजय विश्नोई ने बयान दिया है. बीजेपी विधायक अजय विश्वोई ने कहा कि" वह मंत्री पद की दौड़ में नहीं थे, इसलिए उन्हें शिवराज मंत्रिमंडल में जगह न मिलने पर बिल्कुल भी अफसोस नहीं है. वहीं जिन लोगों को मात्र डेढ़ महीने के कार्यकाल के लिए मंत्री बनाया गया है, उनके सामने भी बड़ा संकट है, वह डेढ़ महीने में क्या कर पाएंगे.
मंत्रिमंडल विस्तार पर अजय विश्नोई का बयान: बीजेपी विधायक व पूर्व कैबिनेट मंत्री अजय विश्नोई ने कहा कि "वे मंत्री पद की दौड़ में नहीं थे और उन्हें इस बात का जरा भी अफसोस नहीं है कि उन्हें शिवराज मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली. उनका मानना है कि चुनाव को अब ज्यादा समय नहीं बचा है. इसलिए नए मंत्रियों को काम करने का ज्यादा मौका नहीं मिल पाएगा. मात्र डेढ़ महीने में नए मंत्री क्या कर पाएंगे. हालांकि अजय विश्नोई का कहना है कि जिन लोगों को मौका मिला है. उन्हें बधाई दी है." दरअसल विंध्य से राजेंद्र शुक्ला, बालाघाट से गौरीशंकर बिसेन, बुंदेलखंड से राहुल लोधी को मंत्रिमंडल में जगह देने पर अजय विश्नोई ने कहा कि पार्टी को इन इलाकों में ऐसा महसूस हुआ होगा कि यहां से पार्टी पिछड़ा रही है, इसलिए इन लोगों को मंत्रिमंडल में जगह दी गई है, हालांकि वह महाकौशल से किसी को भी प्रतिनिधित्व न मिलने पर कुछ नहीं बोले.
मैंने नहीं लगाए भोपाल के चक्कर: अजय विश्नोई का कहना है कि "यदि हम दोबारा चुनाव जीतकर सरकार में आते हैं. तब वह मंत्री पद के लिए जरूर दौड़ भाग करेंगे, लेकिन फिलहाल उन्हें मंत्री बनने की इच्छा नहीं थी, इसलिए उन्होंने बिल्कुल भी भोपाल के चक्कर नहीं लगाए." हालांकि बीते 5 सालों से अजय विश्नोई लगातार सुर्खियों में रहे हैं. उन्हें नाराज विधायक के रूप में जाना जाता है. वे अक्सर मंत्रिमंडल में जगह न मिलने पर नाराजगी भी व्यक्त करते रहे हैं. समय-समय पर उन्होंने सरकार के विरोध में भी बयानबाजी की है, लेकिन इसके बाद भी शिवराज सिंह ने ना तो उन्हें मंत्रिमंडल में जगह दी और ना ही कोई दूसरे बोर्ड या मंडल का प्रभारी बनाया. अजय विश्नोई तीन बार विधायक रह चुके हैं और मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट में रहते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय, चिकित्सा शिक्षा मंत्रालय और पशु चिकित्सा मंत्रालय जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं. इस बार उन्हें उम्मीद थी कि सीएम शिवराज उन्हें मौका देंगे, लेकिन उन्हें बीते 5 सालों में जगह नहीं दी गई. बता दें अजय विश्नोई की इस बार भी दावेदारी पाटन विधानसभा सीट से है. उन्होंने मुख्यमंत्री को खुश करने के लिए एक बड़ा लाडली बहना सम्मेलन भी यहां करवाया था. अजय विश्नोई का कहना है कि "भारतीय जनता पार्टी की तैयारी पूरे साल रहती है. इस बार भी वे पूरी ताकत से चुनाव लड़ेंगे.