जबलपुर। मध्य प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री भूपेंद्र सिंह ने आरोप लगाया है कि "कमलनाथ के मुख्यमंत्री रहते हुए उनके स्टाफ के पास ढाई सौ करोड़ रुपए से ज्यादा नगद मिले थे, यह भ्रष्टाचार का जिंदा सबूत था. यदि कांग्रेस के पास शिवराज सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार का कोई सबूत हो तो, वह सामने लेकर आएं. केवल बेबुनियाद आरोपों के आधार पर राजनीति करना ठीक नहीं है."
गरीबी, बेरोजगारी और भ्रष्टाचारी कांग्रेस की देन: मध्य प्रदेश के शहरी विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कांग्रेस नेता कमलनाथ पर आरोप लगाया है कि "कांग्रेस और कमलनाथ को भ्रष्टाचार की बात करने का नैतिक अधिकार नहीं है. कमलनाथ के मुख्यमंत्री रहते हुए उनके स्टाफ पर जब इनकम टैक्स की रेट हुई थी, तो लगभग ढाई सौ करोड़ रूपया मिला था. यह इस बात का प्रमाण है कि कमलनाथ सरकार के दौरान भ्रष्टाचार चरम पर था. भारत में गरीबी, बेरोजगारी और भ्रष्टाचारी कांग्रेस की देन है."
कांग्रेस फ्रस्ट्रेशन के दौर से गुजर रही: भूपेंद्र सिंह का कहना है कि "कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है और कांग्रेस फ्रस्ट्रेशन के दौर से गुजर रही है, इसलिए केवल प्रधानमंत्री को गाली देकर वह अपने वाहवाही लूट रहे हैं. जहां तक भ्रष्टाचार की बात है, तो यदि कांग्रेस के पास कोई प्रमाण हो तो वह प्रमाण पेश करें. केवल फर्जी अपवाह फैलाकर किसी को भ्रष्टाचारी नहीं कहा जा सकता."
बीजेपी ने एमपी में प्रति व्यक्ति आय बढ़ाई: भूपेंद्र सिंह जबलपुर में आज स्वतंत्रता दिवस के मुख्य कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आए हुए थे, इस मौके पर प्रदेश सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए भूपेंद्र सिंह ने कहा कि "बीते साढ़े 3 सालों में भारतीय जनता पार्टी ने कई करोड़ लोगों को गरीबी रेखा के ऊपर पहुंचा दिया है और मध्य प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय भी बढ़ी है. जब लगभग सवा साल के लिए कमलनाथ सरकार प्रदेश में काबिज थी, तब जन हितैषी योजनाओं को बंद कर दिया गया था और जनता के साथ धोखा किया गया था."
50 प्रतिशत भ्रष्टाचार के आरोप कमजोर: भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कांग्रेस का 50% का आरोप कमजोर रहा, जिस तरीके से एक कागज को लेकर कांग्रेस ने राजनीति की है, उससे अच्छा होता कि किसी विभाग के किसी बड़े भ्रष्टाचार को उजागर करके जनता के सामने अपने आरोपों की सच्चाई को जाहिर किया जाता. लेकिन केवल एक चिट्ठी को आधार बनाकर मुद्दा खड़ा करना कांग्रेस के लिए घाटे का सौदा रहा है."