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सरबजीत सिंह मोखा के हैं राजनीतिक संबध, बीजेपी विधायक के गंभीर आरोप - जबलपुर संभाग आयुक्त

जबलपुर में नकली रेमडीसीवार इंजेक्शन में लिप्त सिटी अस्पताल संचालक सरबजीत सिंह मोखा ने सुनियोजित ढंग से मरीजों से रुपये वसूले हैं. जिसके बाद बीजेपी विधायक जालम सिंह पटेल ने कार्रवाई की मांग की है.

BJP MLA Jalam Singh Patel
भाजपा विधायक जालम सिंह पटेल
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Published : May 13, 2021, 1:14 PM IST

Updated : May 13, 2021, 1:21 PM IST

जबलपुर। नकली इंजेक्शन की खरीद फरोख्त में जेल की हवा खा रहे सिटी अस्पताल के संचालक सरबजीत सिंह मोखा के राजनीतिक तालुक्कात हैं, जो कि पीछे से उसे ये सब करने के लिए ताकत दे रहे हैं. नकली रेमडीसीवार इंजेक्शन में लिप्त सिटी अस्पताल संचालक ने सुनियोजित ढंग से मरीजों से रुपये वसूले हैं. यह आरोप बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री जालम सिंह पटेल ने लगाए हैं.

BJP MLA Jalam Singh Patel
जालम सिंह पटेल का पत्र

आईजी कमिश्नर को लिखा पत्र

पूर्व मंत्री जालम सिंह पटेल ने जबलपुर संभाग आयुक्त और पुलिस महानिरीक्षक को एक पत्र लिखा है और इस पत्र के माध्यम से बताया है कि सिटी अस्पताल मरीजों को मारने और मरीजों को एडमिट कर उनसे पैसे वसूलने में सबसे आगे था, पत्र में यह भी लिखा गया है कि इस अस्पताल के अनेक राजनैतिक साइलेंट पार्टनर हैं, जो कि अस्पताल में होने वाले अपराध को ताकत देते रहे हैं. पत्र में बीजेपी विधायक ने अस्पताल पर आरोप लगाए हैं कि किसी भी मरीज को भर्ती करने से पहले, एक से पांच लाख रुपये तक जमा करवाए जाते थे.

  • क्या शिवराज जी अपने ही विधायक की शिकायत पर जॉंच करवायेंगे? जॉंच सर्व दलीय विधान सभा की समिति को करना चाहिए। नक़ली रेमदेसिवीर इंजेक्शन देना और उसमें भी काला बाज़ारी करना गंभीर आरोप हैं। देखते हैं शिवराज जी ऐसे लोगों पर कार्रवाई करते हैं या नहीं। pic.twitter.com/JSj8FT8esZ

    — digvijaya singh (@digvijaya_28) May 13, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
किस दिन किस मरीज को मारना है?

भाजपा विधायक जालम सिंह पटेल ने अपने पत्र के माध्यम से कई अहम खुलासे किए हैं. उन्होंने लिखा है कि किस दिन किस मरीज को मारा जाएगा, यह सब कुछ पहले से ही अस्पताल में तय कर लिया जाता था. उन्होंने आईजी और कमिश्नर से मांग की है कि सिटी अस्पताल में नरसिंहपुर जिले के कितने मरीज भर्ती हुए और कितने लोगों से कितने रुपए वसूले गए हैं और कितनों की मौत हुई है इसकी जानकारी उपलब्ध कराई जाए.

सावधान, Cyber Police का alert : वैक्सीन रजिस्ट्रेशन के नाम पर धोखाधड़ी
योजनाओं से मिलने वाले लाभ में गफलत

बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री जालम सिंह पटेल ने अपने पत्र में यह भी उल्लेख किया है कि सिटी अस्पताल में बीते 10 सालों से सरकारी योजना जैसे आयुष्मान योजना, राज्य बीमारी सहायता योजना, पीएम सीएम फंड से बिना किसी बीमारी के इलाज कर पैसों की हेराफेरी की गई है. इसकी भी एक उच्च स्तरीय जांच होना चाहिए. सिटी अस्पताल के ऊपर छोटी बीमारियों के मरीजों को बड़ी बीमारियों के नाम पर इलाज कर पैसे की हेराफेरी करने का भी भाजपा विधायक ने आरोप लगाया है.

पूर्व मंत्री के पत्र के बाद मची खलबली

पूर्व मंत्री और गोटेगांव से विधायक जालम सिंह पटेल के सार्वजनिक रूप से पत्र लिखकर आईजी और कमिश्नर से उच्चस्तरीय जांच की मांग करने के बाद अब राजनीतिक गलियारों में खलबली मच गई है. कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने अब इस पूरे मामले में ट्वीट किया है और लिखा है कि क्या शिवराज जी अपने विधायक की शिकायत पर जांच कराएंगे.

जबलपुर। नकली इंजेक्शन की खरीद फरोख्त में जेल की हवा खा रहे सिटी अस्पताल के संचालक सरबजीत सिंह मोखा के राजनीतिक तालुक्कात हैं, जो कि पीछे से उसे ये सब करने के लिए ताकत दे रहे हैं. नकली रेमडीसीवार इंजेक्शन में लिप्त सिटी अस्पताल संचालक ने सुनियोजित ढंग से मरीजों से रुपये वसूले हैं. यह आरोप बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री जालम सिंह पटेल ने लगाए हैं.

BJP MLA Jalam Singh Patel
जालम सिंह पटेल का पत्र

आईजी कमिश्नर को लिखा पत्र

पूर्व मंत्री जालम सिंह पटेल ने जबलपुर संभाग आयुक्त और पुलिस महानिरीक्षक को एक पत्र लिखा है और इस पत्र के माध्यम से बताया है कि सिटी अस्पताल मरीजों को मारने और मरीजों को एडमिट कर उनसे पैसे वसूलने में सबसे आगे था, पत्र में यह भी लिखा गया है कि इस अस्पताल के अनेक राजनैतिक साइलेंट पार्टनर हैं, जो कि अस्पताल में होने वाले अपराध को ताकत देते रहे हैं. पत्र में बीजेपी विधायक ने अस्पताल पर आरोप लगाए हैं कि किसी भी मरीज को भर्ती करने से पहले, एक से पांच लाख रुपये तक जमा करवाए जाते थे.

  • क्या शिवराज जी अपने ही विधायक की शिकायत पर जॉंच करवायेंगे? जॉंच सर्व दलीय विधान सभा की समिति को करना चाहिए। नक़ली रेमदेसिवीर इंजेक्शन देना और उसमें भी काला बाज़ारी करना गंभीर आरोप हैं। देखते हैं शिवराज जी ऐसे लोगों पर कार्रवाई करते हैं या नहीं। pic.twitter.com/JSj8FT8esZ

    — digvijaya singh (@digvijaya_28) May 13, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
किस दिन किस मरीज को मारना है?

भाजपा विधायक जालम सिंह पटेल ने अपने पत्र के माध्यम से कई अहम खुलासे किए हैं. उन्होंने लिखा है कि किस दिन किस मरीज को मारा जाएगा, यह सब कुछ पहले से ही अस्पताल में तय कर लिया जाता था. उन्होंने आईजी और कमिश्नर से मांग की है कि सिटी अस्पताल में नरसिंहपुर जिले के कितने मरीज भर्ती हुए और कितने लोगों से कितने रुपए वसूले गए हैं और कितनों की मौत हुई है इसकी जानकारी उपलब्ध कराई जाए.

सावधान, Cyber Police का alert : वैक्सीन रजिस्ट्रेशन के नाम पर धोखाधड़ी
योजनाओं से मिलने वाले लाभ में गफलत

बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री जालम सिंह पटेल ने अपने पत्र में यह भी उल्लेख किया है कि सिटी अस्पताल में बीते 10 सालों से सरकारी योजना जैसे आयुष्मान योजना, राज्य बीमारी सहायता योजना, पीएम सीएम फंड से बिना किसी बीमारी के इलाज कर पैसों की हेराफेरी की गई है. इसकी भी एक उच्च स्तरीय जांच होना चाहिए. सिटी अस्पताल के ऊपर छोटी बीमारियों के मरीजों को बड़ी बीमारियों के नाम पर इलाज कर पैसे की हेराफेरी करने का भी भाजपा विधायक ने आरोप लगाया है.

पूर्व मंत्री के पत्र के बाद मची खलबली

पूर्व मंत्री और गोटेगांव से विधायक जालम सिंह पटेल के सार्वजनिक रूप से पत्र लिखकर आईजी और कमिश्नर से उच्चस्तरीय जांच की मांग करने के बाद अब राजनीतिक गलियारों में खलबली मच गई है. कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने अब इस पूरे मामले में ट्वीट किया है और लिखा है कि क्या शिवराज जी अपने विधायक की शिकायत पर जांच कराएंगे.

Last Updated : May 13, 2021, 1:21 PM IST
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