जबलपुर। मध्यप्रदेश में इन दिनों अपराधियों का बोलबाला है. वहीं, दूसरी तरफ मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपराधियों पर बिल्कुल भी रहम नहीं कर रहे हैं. अधिकारियों को सख्त निर्देश है कि मध्यप्रदेश की फिजा बिगाड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई हो, लेकिन इसके बावजूद भी अपराधी अपराध करने से बाज नहीं आ रहे हैं. हाल में ही सीधी में गरीब आदिवासी युवक पर पेशाब करने वाले भाजपा नेता प्रवेश शुक्ला पर एनएसए की कार्रवाई करते हुए मकान को ध्वस्त कर दिया, लेकिन अब संस्कारधानी की बेटी वेदिका हत्याकांड मामले के आरोपी भाजपा नेता प्रियांश विश्वकर्मा के घर बुलडोजर कार्रवाई की मांग तेज हो गई है जिसके लिए शहर में जगह जगह पोस्टर लगाए गए हैं और वेदिका को इंसाफ दिलाने के लिए लोग सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन भी कर रहे हैं.
आरोपी के खिलाफ नहीं हुई सख्त कार्रवाई: सड़कों पर इंसाफ की आस लिए लगाए गए ये पोस्टर वेदिका ठाकुर हत्याकांड मामले से जुड़े हुए हैं. हत्याकांड को लंबा समय बीत गया यहां तक कि वेदिका की मौत के बाद उसकी तेरहवीं है, लेकिन आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई अब तक देखने को नहीं मिली और न ही हत्याकांड की वजहों का खुलासा हो पाया है. इस मामले में भले ही पुलिस ने आरोपी भाजपा नेता प्रियांश को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, लेकिन अब उसके मकान तोड़ने की मांग जोर पकड़ रही है.
पुलिस पर प्रियांश को बचाने के आरोप: प्रियांश का घर तोड़ने के लिए नगर निगम ने नोटिस भी दे दिया है और हाईकोर्ट ने प्रियांश के परिजनों द्वारा मकान ना तोड़ने की अपील वाली याचिका भी निरस्त कर दी है. लेकिन न जाने क्या वजह है जो प्रियांश पर कार्रवाई से प्रशासन और पुलिस पीछे हट रही है. वेदिका की मां जैसे-तैसे खुद को संभाल पाई हैं लेकिन आज उसकी तेरहवीं पर वे मामा शिवराज से प्रियांश पर भी अन्य आरोपियों की तरह कार्रवाई की मांग कर रही है. मृतका देविका की मां ने भी इस मामले में भाजपा और पुलिस पर प्रियांश को बचाने के आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि ''पूरे प्रदेश में गंभीर अपराध करने वालों पर तत्काल एक्शन लिया जा रहा है, लेकिन प्रियांश को बचाने का प्रयास किया जा रहा है.'' उन्होंने प्रियांश के घर पर भी बुलडोजर चलाने की मांग की है.
शहर में लगाए पोस्टर: कई संगठनों ने वेदिका को न्याय दिलवाने के लिए शहर में पोस्टर लगवाकर प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है. वहीं क्षेत्रीय महासभा के पदाधिकारियों और वेदिका के परिजनों ने एसपी कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा है, जिसमें पुलिस पर भाजपा के दबाव में आकर प्रियांश को बचाने के आरोप लगाए गए हैं. हालांकि पुलिस ने अपना तर्क देते हुए कहा कि ''पुलिस के द्वारा जो कार्रवाई की गई है उसकी हम जानकारी जनप्रतिनिधियों को दे देंगे. वहीं, आरोपी को कठोर सजा दिलाने के लिए अगर फिर से रिमांड में लेना पड़ा तो आरोपी को रिमांड में लिया जाएगा.''