जबलपुर। उड़ीसा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे के बाद अब जबलपुर जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर शहपुरा भिटौनी रेलवे स्टेशन से लगे बीपीसीएल की डिपो के पास देर रात करीब 12 बजे एक रेल हादसा हो गया. इस हादसे में भारत पेट्रोलियम डिपो में एलपीजी गैस से भरे मालगाड़ी के दो डिब्बे पटरी से उतर गए, हादसा होते ही रेलवे विभाग में हड़कंप मच गया और तत्काल जबलपुर से राहत ट्रेन भिटौनी रेलवे स्टेशन के लिए रवाना की गई. देर रात से ही सुधार कार्य शुरू हो गया है, जो अभी भी जारी है. क्योंकि जो डिब्बे पटरी से उतरे हैं उनमें द्रवित पेट्रोलियम गैस यानी कि एलपीजी गैस भरी हुई थी और रात को डिब्बों को शिफ्ट करना खतरे से खाली नहीं था, यही वजह है कि सुबह से राहत कार्य को गति दी गई है.
पश्चिम मध्य रेलवे ने दिए जांच के आदेशः वहीं, पश्चिम मध्य रेलवे की ओर से इस हादसे की जांच के आदेश जारी किए गए हैं. वहीं, रेलवे के इंजीनियर और कर्मचारी मौके पर पहुंचकर काम में जुटे हुए हैं. इस हादसे में किसी भी तरह का जान माल का नुकसान नहीं हुआ है.
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32 टन द्रवित पेट्रोलियम गैस भरी बोगियांः इस मामले पर पश्चिम मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राहुल श्रीवास्तव ने बताया कि शहपुरा भिटौनी स्थित भारत पेट्रोलियम में मुंबई से एलपीजी गैस से भरी मालगाड़ी में 32 बोगी लेकर निकली थी, जिसमें एक बोगी में 32 टन द्रवित पेट्रोलियम गैस भरी हुई थी, जिसे मेन लाइन से साइड लाइन होते हुए डिपो में खाली होने के लिए जा रही थी. इसी दौरान मालगाड़ी का चौथा और पांचवां रैक डीरेल हो गया. हालांकि जहां यह रैक डिरेल हुए हैं. वह पेट्रोलियम कंपनी की साइड लाइन है, जिसकी वजह से रेलवे की मुख्य लाइन पर किसी भी तरह की परेशानी नहीं हुई और रेलवे का यातायात सुचारू रूप से चल रहा है. लेकिन डीरेल हुई एलपीजी रैक को फिर से पटरी पर लाने का काम जारी है.