जबलपुर। सड़क किनारे छोटा-मोटा व्यापार कर अपने परिवार का भरण पोषण करने वाले छोटे व्यवसायियों को केंद्र की मोदी सरकार जहां आर्थिक मदद दे रही है, तो वहीं प्रदेश सरकार उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई योजनाएं चला रही है, लेकिन सरकार की मंशा के उलट नगर निगम (jabalpur municipal corporation) का अतिक्रमण रोधी दस्ता मनमानी पर उतर आया है.
निगम की तानाशाही का वीडियो वायरल: सड़क किनारे व्यापार करने वालों से यातायात प्रभावित होने का हवाला देते हुए निगम के अतिक्रमण रोधी दस्ते ने जबलपुर के कई इलाकों में ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए छोटे व्यवसायियों पर जमकर जुल्म ढाए (municipal corporation action on handcart). ठेलों में फल और सब्जी बेचकर गुजारा करने वालों के जहां ठेले पलटाये गये तो वहीं कई व्यापारियों के साथ मारपीट और धक्का-मुक्की भी की गई. नगर निगम के अतिक्रमण रोधी दस्ते की बेरहम कार्रवाई का वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है (igam employee action on handcart video viral). हाथों में पुतला लेकर पहुंचे ये प्रदर्शनकारी भी नगर निगम के अतिक्रमण दस्ते द्वारा चौक के पास हुई कार्रवाई से आक्रोशित हैं.
निगम से की जा रही भुगतान की मांग: प्रदर्शन करने वाले ये लोग सड़क किनारे ठेले में सब्जी, फल समेत अन्य सामग्रियों का विक्रय करते हैं. नगर निगम के अधिकारियों के नेतृत्व में इन्हें वहां से हटा दिया गया. प्रदर्शनकारियों ने निगम की कार्रवाई पर जोर जबरदस्ती का आरोप लगाया है, इसके खिलाफ नारेबाजी समेत पैदल मार्च करते हुए प्रदर्शनकारी नगर निगम पहुंच गए. उन्होंने निगम प्रशासन का पुतला दहन करने की कोशिश की लेकिन वहां मौजूद पुलिस कर्मियों ने उन्हें ऐसा करने में कामयाब नहीं होने दिया. ठेला व्यापारियों पर हुई इस कार्रवाई पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि निगम कर्मचारियों ने न सिर्फ इन छोटे व्यापारियों के ठेले तोड़ दिए, बल्कि उनके साथ मारपीट भी की. अचानक हुई कार्रवाई के दौरान नगर निगम द्वारा इन गरीब व्यापारियों पर तानाशाही का रवैया अपनाया गया. उन्होंने ठेले में रखे फल, सब्जी समेत सारा सामान फेंक दिया. जिससे इनका भारी नुकसान भी हो चुका है. नगर निगम से इस नुकसान की भरपाई करने की मांग की गई है.