जबलपुर। सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज की कोरोना वार्ड की इंचार्ज सीनियर नर्स की कोरोना वायरस की वजह से मौत हो गई. नर्स 46 साल की थी और बीते 30 सालों से मेडिकल कॉलेज में अपनी सेवाएं दे रही थी. लगातार कोरोना वायरस के मरीजों के संपर्क में आने से वो भी संक्रमित हो गई जिस वजह से उनकी मौत हो गई.
नर्स का अंतिम संस्कार उसी सम्मान से किया गया, जिस सम्मान से सैनिकों का अंतिम संस्कार किया जाता है. हालांकि इसमें प्रशासन की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर जैसी व्यवस्था नहीं थी, लेकिन नर्सिंग एसोसिएशन ने नर्स को एक शहीद का दर्जा दिया है और उनकी शहादत को पूरा सम्मान दिया है.
वहीं मेडिकल कॉलेज के नर्सिंग एसोसिएशन ने नर्स को कोरोना योद्धा का सम्मान देने की कलेक्टर से अपील की है. साथ ही शासन द्वारा घोषित 50 लाख की मुआवजा राशि और उनके परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए. वहीं नर्सिंग एसोसिएशन ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो पूरा स्टॉफ हड़ताल पर चला जाएगा और मेडिकल कॉलेज और सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का पूरा कामकाज ठप कर दिया जाएगा.
बता दें कि जबलपुर में कोरोना वायरस की वजह से मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग स्टाफ की मौत का यह पहला मामला है, लेकिन इस घटना के बाद से पूरा स्टाफ सदमे में आ गया है, हालांकि मेडिकल कॉलेज के डीन का कहना है कि इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई करने के बाद मृतिका को हक दिलाने की कोशिश की जाएगी.