जबलपुर। स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर जारी देश भर की रैंकिंग में एक बार फिर से जबलपुर शहर पिछड़ गया है. इस साल भी जबलपुर शहर टॉप टेन से बाहर हो गया है. हालांकि स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग में मध्यप्रदेश के इंदौर-भोपाल और ग्वालियर ने जरूर प्रदेश का नाम रोशन किया है, वहीं नगर पालिका परिषद सिहोरा को स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के तहत एक लाख से कम जनसंख्या वाले शहरों में सिटीजन लैंड इनोवेशन कैटेगरी में ग्राउंड वाटर रिचार्जिंग के लिए पुरस्कार प्राप्त हुआ है.
केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित कार्यक्रम में आज पुरस्कार प्रदान किया गया है. वहीं स्वच्छता सर्वेक्षण पर इस साल भी पिछड़े जबलपुर नगर निगम को नागरिक सक्रियता की भागीदारी के कारण मिले फीडबैक अवार्ड से ही संतोष करना पड़ा है.
स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग में पिछड़ने को लेकर जबलपुर नगर निगम कमिश्नर अनूप कुमार का कहना है कि निश्चित रूप से कहीं ना कहीं गलती हुई है, लेकिन इस साल फिर से प्रयास किया जाएगा कि अच्छा सा अच्छा काम किया जाए.
साथ ही उन्होंने कहा कि पिछली गलतियों से सीख लेकर और अधिक मेहनत की जाएगी. इसके अलावा ज्यादा से ज्यादा जनता का सहयोग लेकर यह भी कोशिश की जाएगी कि जबलपुर की जनता की आदतों में स्वच्छता को लेकर परिवर्तन किया जाए. जिससे कि आने वाले समय में स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग में जबलपुर टॉप में रहे.
केंद्रीय मंत्री ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में सिटीजन लैंड इनोवेशन कैटेगरी में ग्राउंड वाटर रिचार्जिंग की दिशा में पहल करने के लिए सिहोरा के नागरिकों को बधाई भी दी है और अन्य नगरीय निकाय को भी जल संरक्षण की दिशा में सिहोरा का अनुकरण करने का आग्रह किया है. सिहोरा नगर पालिका परिषद को इस श्रेणी में राज्य में 11 और पश्चिम जोन में 67 वां स्थान प्राप्त हुआ है.