जबलपुर। नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष राजेश सोनकर ने निगम में हुए घोटालों की लोकायुक्त से जांच की मांग की. नेता प्रतिपक्ष का आरोप है कि बीते 15 सालों में बीजेपी ने जबलपुर नगर निगम में जमकर लूट की है. निगम में करोड़ों के घोटाले की पूरी फेहरिस्त जारी कर कहा कि बिना कर्मचारी भर्ती किए उनके नाम पर 50 लाख रुपए निकालकर पावर एजेंसी को दे दिया गया.
क्या है पूरा मामला
- जबलपुर नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष राजेश सोनकर ने निगम में हुए घोटालों की लोकायुक्त से जांच की मांग की.
- नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया है कि निगम अधिकारियों का चारागाह बन गया है.
- सोनकर ने कहा कि 15 सालों में बीजेपी ने जबलपुर नगर निगम में जमकर लूट मचाई.
- राजेश सोनकर ने नगर निगम में करोड़ों के घोटाले की फेहरिस्त जारी की.
- निगम में कंप्यूटर ऑपरेटर्स का फर्जीवाड़ा किया गया और बिना एम्पलाई भर्ती किए उन के नाम पर 50 लाख रुपए निकाल कर मेन पावर एजेंसी को दिए गए.
- नगर निगम ने 7 करोड़ रुपए में दिल्ली की एक कंपनी को एक चिप लगाने का ठेका दिया था, इसके तहत पूरे शहर में हर घर के बाहर एक चिप लगाई गई है.
- निगम ने चिप के बारे में दावा किया था कि इससे डोर टू डोर कचरा उठाने वाली गाड़ी की ऑटोमैटिक मॉनिटरिंग की जाएगी, ये सिस्टम भी फेल हो गया.
- जबलपुर के भंवरताल गार्डन के मॉडिफिकेशन में करोड़ों रुपए का गोलमाल किया गया.
- डुमना नेचर रिजर्व की मॉडिफिकेशन के नाम पर करोड़ों रुपए का घोटाला किया गया, इस में अभी जांच एजेंसियों को शिकायत की गई है.
- स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत 4G टावर लगाए गए हैं, इसमें करोड़ों रुपए खर्च किया गया, जबकि फ्री 4G वाईफाई जबलपुर में कहीं भी नहीं चलता.
- शिक्षा विभाग में क्लर्क लेवल के कर्मचारी को प्रभारी बनाया गया, इस मामले में भी भ्रष्टाचार की शिकायतें मिली हैं.
- जबलपुर शहर में अमृत योजना के तहत 400 करोड़ रुपए में 24 घंटे पानी की सप्लाई की योजना थी, लालपुर प्लांट में मशीन खरीदी और पाइपलाइन बिछाने में करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार किया गया.
राजेश सोनकर ने कहा कि सदन में कई बार इन मुद्दों पर चर्चा हो चुकी है. निगम जांच करने के लिए कमेटियां बनाता है, लेकिन जांच पूरी नहीं हो पा रही है क्योंकि नगर निगम सत्ता में बैठे लोग और अधिकारी नहीं चाहते कि इन घोटालों की बारीकी से जांच हो. लिहाजा अब कांग्रेस पार्षद दल इन सभी घोटालों की लोकायुक्त से जांच करवाने की मांग कर रहा है. हालांकि, इस मामले में महापौर का कहना है कि कांग्रेस के पार्षद केवल हल्ला मचा रहे हैं.