जबलपुर। गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा को लेकर अब सियासी बवाल मच गया है. किसानों के आंदोलन और फिर उसके बाद उपजे हालातों को लेकर राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है. मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि किसान आंदोलन पूरी तरह से भ्रम पर निर्मित है. कृषि कानून को काला बताने वाले में आज तक यह नहीं बताया पाए की इसमें काला क्या है? देश की स्थिति ऐसी है या संभावनाओं पर आंदोलन हो रहे हैं. उनका कहना है कि अराजकता फैलाने का काम किया गया है, जो बहुत ही निंदनीय था.
कांग्रेस पर साधा निशाना
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष आज मुद्दाविहीन है. कांग्रेस खुद तो कोई आंदोलन कर नहीं सकती, दूसरे के आंदोलन में हिस्सा लेने की कोशिश करती है. कांग्रेस दूसरे के ललना को पलना में झूलाने का काम कर रही है. उनका कहना है कि पहले सीएए-एनआरसी को लेकर भी टुकड़े-टुकड़े गैंग भ्रम फैलान का काम कर चुकी है. अब कृषि कानून पर भी ऐसा किया जा रहा है
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माफियाओं पर हो रही कार्रवाई पर भी बोले गृह मंत्री
जबलपुर प्रवास के दौरान गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मध्य प्रदेश में लगातार माफियाओं पर कार्रवाई हो रही है. चाहे भू-माफिया हों, रेत माफिया या फिर शराब माफिया. किसी भी माफिया को सरकार छोड़ने के मूड में अब नहीं है. वहीं गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मध्यप्रदेश में और शराब की दुकानें खोलने की मांग उठाई थी, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने शराबबंदी की मांग की थी. उसको लेकर उन्होंने कहा कि मै पहले ही अपनी बात रख चुका हूं, बाकियों ने अपनी मांग रखी है. फैसला लेने का अधिकार मुख्यमंत्री का है.
'विधानसभा उपाध्यक्ष की कांग्रेस ने तोड़ी है परंपरा'
विधानसभा में कांग्रेस को उपाध्यक्ष पद देने का कोई औचित्य ही नहीं उठता. मीडिया के सवालों पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस ने विधानसभा उपाध्यक्ष पद देने की परंपरा तोड़ी है. ऐसे में अब कांग्रेस को उपाध्यक्ष पद देने का कोई औचित्य ही नहीं है और ना ही इसका कोई सार है. मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा एक दिवसीय दौरे पर जबलपुर पहुंचे हैं. जहां वह पुलिस अधिकारियों की बैठक लेने के साथ साथ बीजेपी के कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात कर रहे हैं.