जबलपुर। जबलपुर मेडिकल कॉलेज में गर्भ संस्कार प्रोजेक्ट शुरू किया गया. इसके जरिए योग, मंत्र और संगीत के जरिए गर्भस्थ शिशुओं को संस्कार दिए जाएंगे. वैज्ञानिक पद्धति से इसकी स्टडी की जाएगी और रिपोर्ट को पब्लिश किया जाएगा.
पौराणिक कहानियों में हमने सुना है कि जब अर्जुन अपनी पत्नी सुभद्रा को चक्रव्यूह को भेदने का रहस्य समझा रहे थे, तब अभिमन्यु ने गर्भ में रहते हुए ही चक्रव्यूह में जाने का रहस्य तो सीख लिया था, लेकिन बीच में ही सुभद्रा को नींद आ गई थी, इस वजह से अभिमन्यु चक्रव्यूह से बाहर निकलने का भेद नहीं जान पाए थे. यह पौराणिक कहानी इस बात की ओर इशारा करती है कि गर्भ में रहने वाला बच्चा भी बाहर की दुनिया से ज्ञान लेता है और अगर गर्भवती माता को अच्छे संस्कार दिए जाएं, तो गर्भ में पल रहे बच्चे का विकास सही तरीके से होगा.
इसी सोच के साथ जबलपुर मेडिकल कॉलेज ने गर्भ संस्कार प्रोजेक्ट शुरू किया है, जिसके तहत प्रसूताओं को गीत और योग मंत्र की शिक्षा दी जाएगी. वहीं 50 ऐसी महिलाओं को शामिल किया जाएगा, जो कि गर्भ संस्कार में शामिल नहीं हैं. इसके बाद दोनों ग्रुप के परिणामों का विश्लेषण किया जाएगा.