जबलपुर। जिले की सैकड़ों एकड़ की जमीन नागपुर की एक निजी कंपनी को लीज पर दी गई है. जिस पर किसानों ने विरोध जताया है. किसानों की मांग है कि अगर जमीन लीज पर ही देनी है तो पहले हमें दें.
जिले से करीब 16 किलोमीटर दूर भेड़ाघाट के पास सात गांव में सैकड़ों एकड़ सरकारी जमीन पड़ी हुई है. ये जमीन नर्मदा किनारे होने की वजह से उपजाऊ और बेशकीमती है. इसमें से कुछ जमीन पर स्थानीय गांव के किसान खेती करते हैं. इसका जुर्माना भी वे राज्य शासन में जमा करवाते हैं, लेकिन अब ये जमीन नागपुर की एक निजी कंपनी को लीज पर दे दी गई है. इस जमीन पर जो किसान कई सालों से खेती करते आ रहे थे उनके सामने अब रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है.
किसानों का कहना है कि जिस तरीके से निजी कंपनी को जमीन लीज पर दी गई है, उसी तरीके से अगर सरकार उन्हें दे देती तो उनका भरण-पोषण भी हो जाता. किसानों ने बड़ी तादात में इकट्ठा होकर जबलपुर कि शाहपुरा तहसील में हंगामा किया. किसानों का कहना कि सरकार उनके साथ छलावा कर रही है, अगर सरकार ने अपना निर्णय नहीं बदला तो वे कानून को अपने हाथ में ले लेंगे जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी.
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उन्होंने कहा कि इस जमीन को निजी कंपनी को लीज पर देने से पहले ना तो स्थानीय लोगों से आपत्तियां बुलाई और ना ही कोई जन सुनवाई की गई. जबकि सरकार जमीन को बड़ी तादाद में किसी को देने से पहले ऐसा करना जरूरी है.