जबलपुर। लॉकडाउन के बीच लोगों ने अपने मनोरंजन के सहारे के लिए टीवी, मोबाइल और लैपटॉप का जमकर इस्तेमाल किया. इस दौरान टीवी और मोबाइल बेचने वालों का कारोबार में भी जमकर इजाफा हुआ है, पहले जहां टीवी और मोबाइल में कम बिक्री होती थी वहीं लॉकडाउन में छूट मिलने के बाद बाजार में इन गैजेट की बिक्री में बढ़ोत्तरी देखी गई. हालांकि जब पूरी तरह से बाजार खुल गया तो फिर जरूर मोबाइल, टीवी की बिक्री में गिरावट दर्ज की गई है.
लॉकडाउन के बीच मनोरंजन का साधन ही अब लोगों के लिए नुकसानदायक साबित हो रहे हैं. हाल ही में लॉकडाउन के दौरान टीवी और मोबाइल देखने वालों की संख्या बढ़ी तो ऐसे लोगों की आंखों में दुष्प्रभाव भी सामने आने लगे, जिसके चलते डॉक्टरों ने इन लोगों को एंटी ग्लेयर चश्मा पहनने की सलाह दी, यही वजह है कि बाजार में अब एंटी ग्लेयर चश्मे की डिमांड में बढ़ोतरी हो गई है.
ज्यादा मोबाइल, टीवी देखने से खतरा
नेत्र विशेषज्ञ डॉ. अखिलेश नेमा बताते हैं कि हाल ही में आंखों की समस्या से परेशान मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है, क्योंकि लॉकडाउन में गैजेट्स का इस्तेमाल ज्यादा होने की वजह से मरीज बढ़े हैं. क्योंकि अब तो बच्चों की पढ़ाई भी ऑनलाइन चल रही है. ऐसे में जो लोग लगातार टीवी या मोबाइल का उपयोग करते हैं, उन लोगों की आंखों से लगातार पानी बहना, उनके चश्मा का नंबर बढ़ जाना आम हो गया है, इतना ही नहीं आंखों में जलन, आंखों का लाल होने की भी समस्या बढ़ गई है.
लोग आंखों को नहीं देते आराम
डॉक्टर अखिलेश नेमा बताते हैं कि ज्यादा मोबाइल और टीवी का उपयोग करना गलत है, वह यह भी कहते हैं कि थोड़े-थोड़े समय के बीच और टीवी और मोबाइल देखने में विराम देना चाहिए, लेकिन लोग ऐसा नहीं करते हैं. जिस वजह से लोगों की आंखों की समस्या बढ़ रही है.
हर इंसान की जरूरत बना मोबाइल
कोरोना काल में लगे लॉकडाउन ने लोगों को अपने घरों पर कैद रहने के लिए मजबूर कर दिया है. ऐसे में जहां कुछ लोगों ने मनोरंजन के लिए टीवी और मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल किया तो वहीं कुछ लोग ऑफिस का काम घर से करने के दौरान भी ज्यादा वक्त लैपटॉप पर ही बिताते हैं, जिसका सीधा असर आंखों पर पड़ रहा है. यही वजह है कि इन दिनों लोगों में आंखों की समस्याएं ज्यादा बढ़ गई है. आज भले ही मोबाइल और टीवी के विक्रय में वृद्धि हुई हो, लेकिन कहीं न कहीं लोगों की आंखों के लिए नुकसानदायक साबित हो रहा है.