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घास की जड़ों से बनाई जा सकती है बिजली - mp news

जबलपुर के रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने घास से बिजली उत्पन्न करने की खोज की है.

घास की जड़ों से बिजली उत्पादन
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Published : Jun 5, 2019, 3:21 PM IST

जबलपुर के रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने घास से बिजली बनाने का प्रयोग किया है. वैज्ञानिकों का दावा है की घास की जड़ों में चय-उपाचय की प्रक्रिया के दौरान इलेक्ट्रान रिलीज होते हैं, जिन्हें तार के जरिए बैटरी तक पहुंचा दी जाए तो बिजली बनाई जा सकती है. वैज्ञानिकों के मुताबिक उन्होंने अपना प्रयोग पेटेंट के लिए भेज दिया है. पेटेंट होने के बाद रिसर्च पेपर जारी कर वो अपनी खोज पूरी दुनिया के सामने लाएंगे. इस प्रोजेक्ट के हेड डॉक्टर सिंधु का कहना है कि जल्द ही इस प्रोजेक्ट को सरकार को सौंप दिया जाएगा

घास की जड़ों से बिजली उत्पादन

बायो डिजाइन इनोवेशन सेंटर भारत सरकार के मानव संसाधन मंत्रालय के अंतर्गत आता है. तीन शोधकर्ता छात्र घास के जरिए बिजली बनाने के इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं. इन शोधकर्ता छात्रों ने ना सिर्फ इस छोटे से प्रोजेक्ट के जरिए बिजली बनाकर दिखाया बल्कि इस्तेमाल घास में पानी देने के लिए करके भी दिखाया. वैज्ञानिकों का दावा है कि सिर्फ घास ही नहीं बल्कि किसी भी किस्म के पौधे से बिजली बनाई जा सकती है. वैज्ञानिकों के मुताबिक वो दिन दूर नहीं जब किसान अपने इस्तेमाल के अलावा बेचने के लिए बिजली का उत्पादन नहीं कर पाएंगे.

देश में अगर पेड़ पौधों से बिजली बनने लगे तो पेट्रोल और डीजल पर खर्च होने वाली मुद्रा की बचत होगी और वो दिन दूर नहीं होगा जब हम विकसित देशों की कतार में खड़ें हों.

जबलपुर के रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने घास से बिजली बनाने का प्रयोग किया है. वैज्ञानिकों का दावा है की घास की जड़ों में चय-उपाचय की प्रक्रिया के दौरान इलेक्ट्रान रिलीज होते हैं, जिन्हें तार के जरिए बैटरी तक पहुंचा दी जाए तो बिजली बनाई जा सकती है. वैज्ञानिकों के मुताबिक उन्होंने अपना प्रयोग पेटेंट के लिए भेज दिया है. पेटेंट होने के बाद रिसर्च पेपर जारी कर वो अपनी खोज पूरी दुनिया के सामने लाएंगे. इस प्रोजेक्ट के हेड डॉक्टर सिंधु का कहना है कि जल्द ही इस प्रोजेक्ट को सरकार को सौंप दिया जाएगा

घास की जड़ों से बिजली उत्पादन

बायो डिजाइन इनोवेशन सेंटर भारत सरकार के मानव संसाधन मंत्रालय के अंतर्गत आता है. तीन शोधकर्ता छात्र घास के जरिए बिजली बनाने के इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं. इन शोधकर्ता छात्रों ने ना सिर्फ इस छोटे से प्रोजेक्ट के जरिए बिजली बनाकर दिखाया बल्कि इस्तेमाल घास में पानी देने के लिए करके भी दिखाया. वैज्ञानिकों का दावा है कि सिर्फ घास ही नहीं बल्कि किसी भी किस्म के पौधे से बिजली बनाई जा सकती है. वैज्ञानिकों के मुताबिक वो दिन दूर नहीं जब किसान अपने इस्तेमाल के अलावा बेचने के लिए बिजली का उत्पादन नहीं कर पाएंगे.

देश में अगर पेड़ पौधों से बिजली बनने लगे तो पेट्रोल और डीजल पर खर्च होने वाली मुद्रा की बचत होगी और वो दिन दूर नहीं होगा जब हम विकसित देशों की कतार में खड़ें हों.

Intro:जबलपुर रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के बायो डिजाइन इनोवेशन सेंटर ने घास से बिजली बनाने की तकनीक खोजी वैज्ञानिकों का दावा जल्दी ही होगी बिजली की खेती पेटेंट के लिए भेजा गया प्रोजेक्ट


Body:जबलपुर बिजली पूरी दुनिया में सबसे बड़ी जरूरतों में से एक है बिना बिजली के हम इस वर्तमान समाज की कल्पना तक नहीं कर सकते हमारा सब कुछ बिजली से ही चलता है लेकिन बिजली बनाने के पारंपरिक तरीके सीमित है और इनसे बिजली की जरूरत को कुछ सालों तक ही पूरा किया जा सकता है वहीं इन तरीकों से बिजली बनाना बहुत महंगा है इसके साथ ही इसकी वजह से पर्यावरण को बहुत नुकसान हो रहा है इसलिए बिजली बनाने के नए-नए तरीकों पर खोज चल रही है

जबलपुर रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के बायो डिजाइन इनोवेशन सेंटर के वैज्ञानिकों ने बिजली बनाने के एक ऐसे तरीके की खोज की है जो अनंत काल तक बिजली की जरूरत को पूरा करेगा जबलपुर रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने घास से बिजली बनाने का सफल प्रयोग किया है वैज्ञानिकों का दावा है की घास की जड़ों में चय उपाचय की प्रक्रिया के दौरान इलेक्ट्रान रिलीज होते हैं और यदि इन इलेक्ट्रॉनों को किसी तरीके से तार के जरिए बैटरी तक पहुंचा दिया जाए तो बिजली बनाई जा सकती है और स्टोर की जा शक्ति है इस प्रक्रिया में कुछ बैक्टीरिया भी मदद करते हैं इनकी खोज की जा चुकी है और अब यह प्रयोग पेटेंट के लिए भेज दिया गया है 1 साल बाद जब इसका पेटेंट हो जाएगा तो इस पर रिसर्च पेपर जारी करके इस खोज को पूरी दुनिया के सामने लाया जाएगा इसमें कुछ चीजें हैं जो हमें वैज्ञानिकों ने पेटेंट की वजह से नहीं बताई

वैज्ञानिकों का दावा है इस सिर्फ घास नहीं बल्कि किसी भी किस्म के पौधे से बिजली बनाई जा सकती है इसका सीक्रेट फार्मूला जबलपुर के वैज्ञानिकों के पास में है वैज्ञानिकों का कहना है कि वह दिन दूर नहीं जब किसान अपनी खेती के साथ न सिर्फ अपने उपयोग के बिजली बल्कि दूसरों को देने के लायक बिजली का उत्पादन खेतों में करेगा सुनने में यह बात कुछ अजीब जरूर लगती है लेकिन जिस तरीके का प्रोजेक्ट रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के इस सेंटर में रखा हुआ है उससे यह बात सफल होती नजर आती है

बायो डिजाइन इनोवेशन सेंटर भारत सरकार के मानव संसाधन मंत्रालय के अंतर्गत आता है और तीन शोधकर्ता छात्र घास के जरिए बिजली बनाने के इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं इन शोधकर्ता छात्रों ने हमें ना सिर्फ हमें इस छोटे से प्रोजेक्ट के जरिए बिजली बनाकर दिखाएं बल्कि उसका उपयोग घास में पानी देने के लिए करके भी दिखाया




Conclusion:यदि पेड़ पौधों से बिजली बनने लगे तो भारत की ऊर्जा जरूरत देश में ही पूरी हो जाएगी और पेट्रोल और डीजल पर खर्च होने वाला बहुमूल्य विदेशी मुद्रा 1 साल भी यदि भारत की भारत में रह जाए तो देश उसी साल विकसित हो जाएगा इस प्रोजेक्ट के हेड डॉक्टर सिंधु का कहना है कि जल्द ही इस प्रोजेक्ट को सरकार को सौंप दिया जाएगा
बाइट सार्दुल सिंह संधू हेड ऑफ बायो डिज़ायन सेंटर
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