जबलपुर। महापौर पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए शहर के कुछ दिव्यांगों ने जमकर हंगामा किया. दिव्यांगों का कहना था कि जब तक महापौर खुद उनकी बात नहीं सुनती वह यहां से नहीं जाएंगे. बावजूद इसके महापौर उनसे मिलने नहीं आई. दिव्यांगों का कहना है कि पिछले पांच सालों से वह महापौर स्वाति गोडबोले को काम दिलवाने के लिए ज्ञापन दे चुके हैं, लेकिन उन्होंने नगर निगम में किसी भी दिव्यांग को काम नहीं दिलाया.
दिव्यांगों का कहना था कि कहा कि सुलभ शौचालय, कंप्यूटर ऑपरेटर जैसे छोटे-छोटे काम हम दिव्यांगों को दिया जाना चाहिए, जिससे वह अपना जीवन यापन कर सके. नगर निगम प्रशासन ने उनके लिए कोई नीति नहीं बनाई. महापौर कहती है कि सरकार बदल गई है इसलिए वह कुछ नहीं कर सकती हैं. लेकिन जब पांच साल तक उनकी सरकार थी, तब उन्होंने क्यों कुछ नहीं किया.
दिव्यांगो के हंगामें के बाद भी महापौर मौके पर नहीं पहुंची. जिसके चलते वह धरने पर बैठ गए. हालांकि मौके पर पहुंची पुलिस ने दिव्यांगों को समझाइश देकर धरना खत्म करवाया. इसके बाद भी दिव्यांग महापौर से मिलने के लिए अड़े रहे.