जबलपुर। संस्कारधानी में अधूरे पड़े विकास कार्यों और जनसमस्याओं को लेकर कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना ने कार्यकर्ताओं के साथ राज्य सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. कांग्रेस विधायक ने कहा कि जब स्मार्ट सिटी का प्रोजेक्ट शुरू किया गया था, तब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने मंच से घोषणा की थी कि जबलपुर को साढ़े 4 हजार करोड़ रुपए मिलेंगे. स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट का डेवलपमेंट किया जाएगा. आज हालात यह है कि स्मार्ट सिटी व नगर निगम के पास अपने विकास कामों को पूरा करने के लिए फंड नहीं है. शहर के ज्यादातर काम अधूरे पड़े हुए हैं. विनय सक्सेना का कहना है कि जबलपुर में अजीब सा विकास कार्य हो रहा है. आधी सड़कें बनाई जाती हैं और छोड़ दीं जातीं हैं.
विनय सक्सेना का आरोप है कि ऐसा नहीं है कि जबलपुर में कोई काम नहीं चल रहा. बल्कि टैक्स वसूली छुट्टी के दिनों में भी जारी है. जो टैक्स नहीं दे पा रहा है, उसकी रातों-रात कुर्की की जा रही है. वहीं कमिश्नर साहब कहते हैं कि राज्य सरकार का कहना है कि आत्मनिर्भर बनो. तो फिर आम जनता के टैक्स का क्या हो रहा है. उससे शहर का विकास क्यों नहीं किया जा रहा है.
जब कांग्रेस का धरना शुरू हुआ तो, एक स्थानीय डॉक्टर जो किसी पार्टी से जुड़े हुए नहीं हैं, वे धरने में शामिल हो गए. दरअसल जबलपुर के पॉश इलाके कमला नेहरू नगर में कुछ ऐसी समस्याएं हैं, जिनका समाधान नहीं हो रहा है. सत्ता में बैठी भारतीय जनता पार्टी के नेता सुनते नहीं हैं. स्थानीय लोग भी अब कांग्रेस के धरना में शामिल होने लगे हैं.