जबलपुर। जबलपुर शहर के लेडी एल्गिन अस्पताल में एक बिल्ली ने आतंक मचा रखा है. खूंखार बिल्ली दो नवजात बच्चों को पंजा मारकर घायल कर चुकी है. बिल्ली के आतंक से परेशान अस्पताल प्रबंधन ने वन विभाग से मदद मांगी है. वन विभाग की एक टीम बिल्ली की तलाश में जुट गई है. उधर बिल्ली के हमले के बाद परिजनों में भय का माहौल है.
दो नवजातों को किया घायल
19 नवंबर को बिल्ली ने अस्पताल के वार्ड नंबर-5 में भर्ती एक नवजात को पंजा मारकर घायल कर दिया. बिल्ली ने उस वक्त हमला किया, जब बच्ची की मां उसे दूध पिला रही थी. इसके बाद 20 नवंबर के दिन बिल्ली ने एक दूसरे नवजात पर हमला किया है. दोनों ही बच्चियों को इलाज के लिए एचएनसीयू वार्ड में भर्ती किया गया है, जहां उनकी हालत स्थिर बनी हुई है.
अस्पताल में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं
प्रसूताओं के परिजनों का कहना है कि, अस्पताल की सुरक्षा भगवान भरोसे है. बिल्ली के खौफ के चलते लोगों को यहां इलाज कराने में भी डर लग रहा है. परिजनों का कहना है कि, अगर उनके बच्चों को कुछ हो जाता है, तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा. अस्पताल प्रबंधन सुरक्षा व्यवस्था पर ध्यान नहीं दे रहा है. इतना ही नहीं, घायल बच्चों को जब इलाज के लिए ले गए, तो सिर्फ औपचारिकता पूरी कर दी गई.
नगर निगम और वन विभाग की ली जाएगी मदद
बिल्ली को पकड़ने के लिए लेडी एल्गिन अस्पताल प्रबंधन वन विभाग और नगर निगम की मदद लेगा. डॉ राजेश खरे कहना है कि, निश्चित रूप से बिल्ली के लगातार हमले की घटनाएं चिंताजनक हैं, लिहाजा इसको देखते हुए अब वन विभाग और नगर निगम से मदद ली जा रही है. कोशिश भी की जा रही है कि, जल्द से जल्द खूंखार बिल्ली को पकड़ा जाए.
पिता ने की अस्पताल प्रबंधन पर कार्रवाई की मांग
घायल बच्ची के पिता आशीष प्रजापति ने लेडी एल्गिन अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि, यहां पर मरीजों का इलाज भगवान भरोसे होता है. इतना ही नहीं, सुरक्षा व्यवस्था के भी यहां पर कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं. इसके साथ ही उन्होंने अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.