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मध्यप्रदेश नगरीय निकाय एक्ट में किए गए बदलाव के विरोध में बीजेपी का हल्लाबोल

भारतीय जनता पार्टी के नेता और 80 हजार लोगों ने हस्ताक्षर कर राज्य सरकार को ज्ञापन सौंपा है. प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि कांग्रेस सरकार स्थानीय निकाय चुनाव में मनमानी करना चाहती है और इसके लिए नगरीय निकाय एक्ट में बदलाव किया है.

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Published : Oct 22, 2019, 7:27 AM IST

मध्यप्रदेश नगरीय निकाय एक्ट में बदलाव के विरोध में बीजेपी

जबलपुर। भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का आरोप है कि राज्य की कांग्रेस सरकार स्थानीय निकाय चुनाव को मनमाने तरीके से करवाना चाहती है, ताकि इनके परिणाम कांग्रेस के पक्ष में आए. नगरीय निकाय एक्ट में किए गए बदलाव के विरोध में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने 80 हजार लोगों के हस्ताक्षर के साथ प्रदेश सरकार को ज्ञापन सौंपकर अपना विरोध दर्ज करवाया.

मध्यप्रदेश नगरीय निकाय एक्ट में बदलाव के विरोध में बीजेपी


बीजेपी का कहना है कि मध्य प्रदेश में अभी तक 16 महापौर हैं और सभी बीजेपी के पास हैं. कांग्रेस स्थानीय निकाय के चुनाव जीत नहीं पाएगी, इसलिए इस कोशिश में है कि किसी भी तरीके से स्थानीय निकाय पर कब्जा किया जाए. इसके लिए प्रदेश सरकार ने पहला संशोधन अप्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव करवाने का किया है. इसके खिलाफ भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने आंदोलन छेड़ने की बात कही है.

भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का कहना है कि राज्य सरकार को इस अधिनियम को वापस लेना चाहिए, क्योंकि सिर्फ जबलपुर के 80 हजार लोग इस नियम से खुश नहीं हैं और वे प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव चाहते हैं.

जबलपुर। भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का आरोप है कि राज्य की कांग्रेस सरकार स्थानीय निकाय चुनाव को मनमाने तरीके से करवाना चाहती है, ताकि इनके परिणाम कांग्रेस के पक्ष में आए. नगरीय निकाय एक्ट में किए गए बदलाव के विरोध में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने 80 हजार लोगों के हस्ताक्षर के साथ प्रदेश सरकार को ज्ञापन सौंपकर अपना विरोध दर्ज करवाया.

मध्यप्रदेश नगरीय निकाय एक्ट में बदलाव के विरोध में बीजेपी


बीजेपी का कहना है कि मध्य प्रदेश में अभी तक 16 महापौर हैं और सभी बीजेपी के पास हैं. कांग्रेस स्थानीय निकाय के चुनाव जीत नहीं पाएगी, इसलिए इस कोशिश में है कि किसी भी तरीके से स्थानीय निकाय पर कब्जा किया जाए. इसके लिए प्रदेश सरकार ने पहला संशोधन अप्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव करवाने का किया है. इसके खिलाफ भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने आंदोलन छेड़ने की बात कही है.

भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का कहना है कि राज्य सरकार को इस अधिनियम को वापस लेना चाहिए, क्योंकि सिर्फ जबलपुर के 80 हजार लोग इस नियम से खुश नहीं हैं और वे प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव चाहते हैं.

Intro:80000 लोगों के हस्ताक्षर के साथ राज्य सरकार को भेजा ज्ञापन प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव की मांग की भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का कहना स्थानीय निकाय के चुनाव में बदलाव वापस लेना होगा


Body:जबलपुर राज्य की कांग्रेस सरकार स्थानीय निकाय चुनाव को अपने तरीके से करवाना चाहती है ताकि इनके परिणाम राज्य सरकार के पक्ष में आएं मध्य प्रदेश में अभी तक 16 महापौर हैं और 16 ही भारतीय जनता पार्टी के पास हैं भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का आरोप है कि कांग्रेस स्थानीय निकाय के चुनाव जीत नहीं पाएगी इसलिए इस कोशिश में है कि किसी भी तरीके से स्थानीय निकाय पर कब्जा किया जाए इसके लिए राज्य सरकार ने पहला संशोधन अप्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव का किया है और अभी ऐसी बातें भी हो रही हैं की चुनाव की वजह मनोनयन के जरिए स्थानीय निकायों में नेता बिठाए जाएं राज्य सरकार की इसी गणित बाजी के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने आंदोलन छेड़ दिया है जबलपुर में 80000 कार्यकर्ताओं ने हस्ताक्षर करके जबलपुर में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का कहना है कि राज्य सरकार को इस अधिनियम को वापस लेना चाहिए क्योंकि सिर्फ जबलपुर के 80000 लोग इस नियम से खुश नहीं हैं और वे प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव चाहते हैं

जबलपुर के महापौर डॉ स्वाति सदानंद गोडबोले का कहना है कि जबलपुर की खुद की आवादी पहले से ही कम थी इसीलिए जबलपुर के आसपास के इलाकों को जबलपुर नगर निगम में शामिल किया गया था ऐसे में जबलपुर नगर निगम को दो हिस्सों में बांटना कहां तक जायज है


Conclusion:बीजेपी नेताओं का कहना है कि यदि सरकार ने यह नियम वापस नहीं लिया तो आंदोलन दोबारा से नए सिरे से किया जाएगा बाइट जी एस ठाकुर नगर अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी जबलपुर बाइट अशोक रोहाणी विधायक जबलपुर कैंट बाइट डॉक्टर स्वाति सदानंद गोडबोले महापौर जबलपुर
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