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कोरोना ने तोड़ी कुलियों की कमर, भूखे मरने की आई नौबत - kuli become unemployed

कई दशकों से रेलवे स्टेशन पर अपनी जिंदगी बिता रहे कुलियों को कोरोना संक्रमण काल के समय रेल प्रबंधन पूरी तरह से भूल चुका है. कोरोना वायरस के चलते लगे लॉकडाउन में कुलियों के सामने भूखे मरने की नौबत आ गई है. ऐसे में शहर के समाजसेवी कुलियों की मदद के लिए आगे हैं.

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जबलपुर न्यूज
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Published : Apr 29, 2020, 7:13 PM IST

Updated : May 17, 2020, 6:56 PM IST

जबलपुर। कोरोना वायरस से जान-माल दोनों का नुकसान हो रहा है. लॉकडाउन लागू होने से सभी के धंधे चौपट हो चुके हैं. कोरोना वायरस ने कुलियों की कमर भी तोड़ दी है. जबलपुर रेलवे स्टेशन पर काम करने वाले 100 से ज्यादा कुलियों के सामने भूखे मरने की नौबत आ चुकी है. उनकी न तो आय हो रही है और न किसी दूरी जगह से मदद मिल रही है.

कोरोना ने तोड़ी कुलियों की कमर

देशभर में लगे लॉकडाउन के कारण रेल के पहिए पूरी तरह से थमे हुए हैं. रेल मंत्रालय ऐसी स्थिति में रेल कर्मचारियों को वेतन लगातार दे रही है लेकिन स्टेशन पर तैनात बोझा ढोने वाले कुलियों को रेल प्रशासन पूरी तरह से भूल गया है.

रेलवे के अधिकारियों से कुलियों ने कई बार अपनी समस्या संबंधित गुहार लगाई लेकिन उनकी कहीं सुनवाई नहीं हुई. बीते 1 माह से बेरोजगार हो चुके कुलियों का आज कोई सहारा नहीं है.

कुलियों की मदद के लिए कमलेश अग्रवाल आए आगे

एक माह से लगे लॉकडाउन के कारण बेरोजगार हो चुके कुलियों का जब रेलवे ने साथ छोड़ दिया तो शहर के समाजसेवी कमलेश अग्रवाल ने उनका हाथ थामा है. जबलपुर रेलवे स्टेशन पर काम करने वाले कुलियों को आज कमलेश अग्रवाल ने ना सिर्फ खाने की व्यवस्था की बल्कि उन्हें आश्वासन दिया है कि उनके लिए वह जल्द ही रेलवे के अधिकारी और कलेक्टर से बात करेंगे.

जबलपुर। कोरोना वायरस से जान-माल दोनों का नुकसान हो रहा है. लॉकडाउन लागू होने से सभी के धंधे चौपट हो चुके हैं. कोरोना वायरस ने कुलियों की कमर भी तोड़ दी है. जबलपुर रेलवे स्टेशन पर काम करने वाले 100 से ज्यादा कुलियों के सामने भूखे मरने की नौबत आ चुकी है. उनकी न तो आय हो रही है और न किसी दूरी जगह से मदद मिल रही है.

कोरोना ने तोड़ी कुलियों की कमर

देशभर में लगे लॉकडाउन के कारण रेल के पहिए पूरी तरह से थमे हुए हैं. रेल मंत्रालय ऐसी स्थिति में रेल कर्मचारियों को वेतन लगातार दे रही है लेकिन स्टेशन पर तैनात बोझा ढोने वाले कुलियों को रेल प्रशासन पूरी तरह से भूल गया है.

रेलवे के अधिकारियों से कुलियों ने कई बार अपनी समस्या संबंधित गुहार लगाई लेकिन उनकी कहीं सुनवाई नहीं हुई. बीते 1 माह से बेरोजगार हो चुके कुलियों का आज कोई सहारा नहीं है.

कुलियों की मदद के लिए कमलेश अग्रवाल आए आगे

एक माह से लगे लॉकडाउन के कारण बेरोजगार हो चुके कुलियों का जब रेलवे ने साथ छोड़ दिया तो शहर के समाजसेवी कमलेश अग्रवाल ने उनका हाथ थामा है. जबलपुर रेलवे स्टेशन पर काम करने वाले कुलियों को आज कमलेश अग्रवाल ने ना सिर्फ खाने की व्यवस्था की बल्कि उन्हें आश्वासन दिया है कि उनके लिए वह जल्द ही रेलवे के अधिकारी और कलेक्टर से बात करेंगे.

Last Updated : May 17, 2020, 6:56 PM IST
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