जबलपुर। शहर के अतुल मिश्रा पेशे से कांट्रैक्टर हैं.उनके अंदर हमेशा ही कुछ अलग करने का जुनून रहता है. इस बार अतुल मिश्रा ने अपना नाम एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज करवाया है. इससे पहले उन्होने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी अपना नाम अंकित कराया था.
पहाड़ पर चढ़ने का अनूठा तरीका
पहाड़ों पर विराजी मां वैष्णो देवी के दर्शन भला कौन नहीं करना चाहता. हर साल करोड़ों की तादाद में भक्त मां के दर्शन के लिए कई किलोमीटर लंबा सफर तय कर पहुंचते हैं. अतुल मिश्रा ने मां वैष्णो देवी के दर्शन तो किए, लेकिन उनका अंदाज कुछ ऐसा था जो हर किसी को हैरान कर गया.
अतुल मिश्रा ने वैष्णो देवी के दर्शन तक का रास्ता पैदल चलकर नहीं बल्कि दंडवत होकर पूरा किया. अतुल की इस भक्ति को खुद एशिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है.
5 हजार लोगों का निःशुल्क ब्लड टेस्ट, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराना मकसद
6000 दंडवत
अतुल मिश्रा ने इस यात्रा की शुरुआत बाणगंगा से की, जो वैष्णो देवी भवन तक पूरी हुई. 3500 फीट की ऊंचाई का यह सफर 12 किलोमीटर का था, जिसे करीब 44 घंटे 7 मिनट में अतुल ने पूरा किया.
अनुमान के मुताबिक, इस दौरान उन्होंने कुल 6000 दंड भरे. वह दंडवत करते हुए दर्शन की परिकल्पना करीब 5 सालों से कर रहे थे. वह घर में ही इसकी तैयारी करते थे. यात्रा के दौरान उन्होंने खुद के लिए सुरक्षा के लिहाज से ग्लब्स और नी गार्ड पहने थे. एनर्जी के लिए ड्राई फ्रूट और चॉकलेट भी साथ रखी थी. उन्होंने 23 मार्च को अपनी यात्रा शुरू की थी, जो 25 मार्च को खत्म हुई.
दरअसल अतुल मिश्रा साइकिलिंग का शौक रखते हैं. गेटवे ऑफ इंडिया से लेकर इंडिया गेट तक साइकिल चला चुके हैं. इसी के अभ्यास के दौरान उन्होंने पहाड़ पर अनोखी यात्रा का अभ्यास किया, जिसे अंजाम देकर एक रिकॉर्ड बनाया. अब वे एक नए रिकॉर्ड की तैयारी में जुट गए हैं.