भोपाल/जबलपुर(Jabalpur)। मध्य प्रदेश में एक दिन की सांकेतिक हड़ताल के बाद प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने कल से फिर ऑनलाइन क्लासेस शुरू करने का निर्णय लिया है. बैठक के बाद प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने फैसला लिया है कि बच्चों और अभिभावकों के हित को ध्यान में रखते हुए कल से फिर ऑनलाइन क्लासेस शुरू की जाएगी. इसके साथ की सरकार के फैसले के खिलाफ अब प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन हाईकोर्ट पहुंच गया है.
आज की थी सांकेतिक हड़ताल
प्रदेश में निजी स्कूलों को खोले जाने की अनुमति देने जैसी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर सोमवार को प्रदेश के सभी निजी स्कूलों में लगने वाली ऑनलाइन क्लास सांकेतिक तौर पर बंद रही. प्रदेश में सीबीएसई, आईसीएसई और एमपी बोर्ड से संबद्ध 25 हजार से ज्यादा निजी स्कूल हैं. निजी स्कूलों के संगठन सोसायटी फॉर प्राइवेट स्कूल डायरेक्टर्स ने राज्य शासन से मांग की है कि सरकार स्कूल खोलने की अनुमति दे.
राज्य सरकार से निजी स्कूल खोलने की मांग
हड़ताल होने से सीबीएसई, आईसीएसई और एमपी बोर्ड से संबद्ध लगभग 25 हजार से ज्यादा गैर अनुदान प्राप्त निजी स्कूल में ऑनलाइन पढ़ाई भी नहीं हुई. निजी स्कूलों के संगठन सोसायटी फॉर प्राइवेट स्कूल डायरेक्टर्स ने राज्य शासन से मांग की है कि अब जब करोना संक्रमण बेहद कम हो गया है. बाजार, शोरूम, मॉल खोले जाने की अनुमति दी जा रही है, ऐसे में स्कूलों को बंद रखने का फरमान पूरी तरह से गलत है.
प्राइवेट स्कूल संचालक बना रहे हैं दबाव
एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना के चलते प्रदेश के सभी प्राइवेट स्कूलों को सिर्फ ट्यूशन फीस लेने के निर्देश दिए हैं. प्राइवेट स्कूल लगातार इसका विरोध कर रहे हैं. कई अभिभावकों ने शिकायत की है कि अब प्राइवेट स्कूल अभिभावकों पर पूरी फीस देने का दबाव बना रहे हैं. राजधानी भोपाल में ही कई प्राइवेट स्कूल संचालक अभिभावकों को फोन करके पूरी फीस जमा करने के लिए दबाव बना रहे हैं. ऐसे कई अभिभावक हैं जिनके पास लगातार ट्यूशन फीस के अलावा पूरी फीस जमा करने के लिए फोन आए हैं.
लाखों में है 3 बड़े प्राइवेट स्कूलों की फीस
राजधानी भोपाल के सबसे प्रतिष्ठित स्कूल में कक्षा दसवीं से बारहवीं के बच्चों की सिर्फ ट्यूशन फीस 1 लाख रुपए है. इसके अलावा 7 हजार रुपए एग्जाम फीस के तौर पर भरवाए जाते हैं. इस स्कूल में जब शुरुआती दौर में बच्चा एडमिशन लेता है, तो 60 से 70 हजार रुपए भरवाए जाते हैं. ऐसा ही एक और प्राइवेट स्कूल है. जो शहर में दूसरा नंबर का सबसे जाना-माना स्कूल है. यहां भी दसवीं से बाहरवी तक के बच्चों से ट्यूशन फीस के नाम पर 1 लाख रुपए लिए जाते हैं. इसके अलावा सालाना चार्जेस के नाम पर 9000 हजार रुपए और इंप्रेस्ड के 4000 रुपए अलग से लिए जाते हैं.