जबलपुर। मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस ने याचिका पर सुनवाई करते हुए वकीलों की हड़ताल पर सख्त आदेश सुनाया है. चीफ जस्टिस ने वकीलों को तुरंत काम पर लौटने का आदेश किया है. वहीं, बार काउंसिल के सदस्य चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया से मिलने के लिए दिल्ली जाएंगे. बता दें कि प्रदेश के 93 हजार से ज्यादा अधिवक्ता हड़ताल पर चल रहे हैं. अब इस मामले में मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने सख्ती दिखाते हुए शुक्रवार को एक आदेश जारी किया है. इसमें उन्होंने अधिवक्ताओं से हड़ताल को तुरंत खत्म करके मुकदमों में पैरवी पर आने के लिए कहा है.
वकीलों को पैरवी पर लौटने का आदेश : हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रवि मलिमठ और जस्टिस विशाल मिश्रा की डबल बेंच ने एक पिटिशन पर सुनवाई की. याचिका में इसमें मध्य प्रदेश बार काउंसिल, हाई कोर्ट बार एसोसिएशन और जिला बार एसोसिएशन के सदस्यों को पार्टी बनाया गया है. याचिका की सुनवाई के बाद 10 पेज के अपने आदेश में चीफ जस्टिस ने बड़े ही सख्त लहजे में वकीलों को तुरंत पैरवी पर लौटने का आदेश दिया है. आदेश में चीफ जस्टिस ने लिखा है कि जो वकील या संगठन दूसरे वकील को पैरवी करने से रोकेगा उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.
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हड़ताल कर रहे वकील जाएंगे दिल्ली : इसके साथ ही चीफ जस्टिस के इस आदेश में न्यायिक अधिकारियों के लिए लिखा गया है कि यदि जानबूझकर वकील किसी मामले में पैरवी करने के लिए नहीं आते हैं तो वह इस बात की जानकारी हाईकोर्ट को देंगे. दरअसल, यह समस्या चीफ जस्टिस के उस आदेश के बाद खड़ी हुई जिसमें उन्होंने 25 पुराने मामलों को वरीयता के साथ निपटाने का आदेश दिया है. इस शर्त पर वकील राजी नहीं हैं. वहीं दूसरी ओर मध्य प्रदेश बार काउंसिल के सदस्यों ने एक चिट्ठी जारी कर अपनी अगली रणनीति के बारे में बताया है कि वह चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया से मिलने के लिए दिल्ली रवाना हो रहे हैं और उनसे इस मामले में दखल की अपील करेंगे.