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हादसे के बाद जागा परिवहन विभाग, बिना परमिट की बसों पर कार्रवाई - Checking of buses in Jabalpur

सीधी बस हादसे के बाद जबलपुर का परिवहन विभाग अवैध तरीके से चल रही बसों पर कार्रवाई करने में जुटा गया है. इसी के चलते आज जबलपुर आरटीओं ने शहर के बस स्टैंड पहुंच कर चेकिंग की.

जबलपुर बस स्टैंड पर चेकिंग
जबलपुर बस स्टैंड पर चेकिंग
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Published : Feb 17, 2021, 3:49 PM IST

जबलपुर। सतना से सीधी जा रही बस के नहर में गिर जाने से अब तक 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और इस बडे़ हादसे के बाद आखिरकार अब मध्यप्रदेश का परिवहन विभाग जागा है और अवैध तरीके से चल रही बसों के खिलाफ कार्रवाई करना शुरू कर दिया है.

परिवहन आयुक्त के निर्देश पर बस स्टैंड पहुंचे RTO

सीधी में हुए हादसे के बाद परिवहन आयुक्त ने तमाम आरटीओ को बसों के चेक करने के निर्देश दिए और इस निर्देश के बाद आज जबलपुर आरटीओ संतोष पाल, आईएसबीटी बस स्टैंड पहुंचे और संचालित हो रही बसों की जांच की. शुरुआती दौर में ही आरटीओ संतोष पाल को 2 बस मिली जो कि बिना परमिट के ही संचालित हो रही थी. इसके अलावा और भी कई खामियां बसों के संचालन में देखी गई.

बिना परमिट की बसों पर कार्रवाई

RTO संतोष पाल का गैर जिम्मेदाराना बयान

परिवहन विभाग का काम होता है कि समय-समय पर बसों को चेक करें कि क्या वह मोटर व्हीकल एक्ट के नियमों का पालन हो रहा है या नहीं, बावजूद इसके परिवहन विभाग जब इस तरह की लापरवाही बरतता है तो फिर सीधी जैसे हादसे सामने आते हैं. सीधी में 50 से ज्यादा लोगों की जान जाने के बाद भी जबलपुर परिवहन अधिकारी का कहना है कि हम समय-समय पर और रोजाना बसों की चेकिंग करते हैं और जो बसें परिवहन विभाग के नियमों के मुताबिक नहीं पाई जाती है तो फिर उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाती है.

बड़ा सवाल....? फिर क्यों चल रही है अवैध बसें जब परिवहन विभाग रखता है इन पर नजर

आरटीओ संतोष पाल के शुरुआती निरीक्षण के समय ही बस स्टैंड में दो बसे मिली जो कि बिना परमिट के चल रही थी, इतना ही नही बसों के चालक-परिचालक बिना यूनिफार्म के थे. वहीं अग्निशमन यंत्र भी बसों में नहीं मिला, इसके बाद भी आरटीओ संतोष पाल का कहना है कि हम समय-समय पर चेकिंग कर कार्रवाई करते है, अब ऐसे में साफ पता चलता है कि अगर समय पर इनकी चेकिंग होती तो ये अवैध बसें नहीं चल रही होती.

जबलपुर बस स्टैंड पर चेकिंग
RTO ने यात्रियों को बस से उतारा, दूसरे बसों के लिए परेशान होते रहे यात्री

परिवहन आयुक्त के निर्देश पर जबलपुर आरटीओ संतोष पाल ने आईएसबीटी बस स्टैंड पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की और वह बसें जो की परिवहन विभाग के तय पैमाने में नहीं थी, जैसे जिन बसों में क्षमता से ज्यादा यात्री थे उन बसों के खिलाफ कार्रवाई की और यात्रियों को भी बसों से उतारना पड़ा और फिर ऐसे में दूसरी बसों के लिए यात्री परेशान होते भी नजर आए.

सागर की बसों में नहीं मिली ओवरलोडिंग, दुरुस्त है व्यवस्था

बता दें, कि जबलपुर के आईएसबीटी बस स्टैंड से रोजाना करीब 1000 बसें संचालित होती हैं इतनी बड़ी संख्या में बसों के संचालन होने के बाद भी परिवहन विभाग का अमला बस स्टैंड से संचालित हो रही बसों पर निगरानी नहीं रखता है, ऐसे में कहा जा सकता है कि परिवहन विभाग की लापरवाही के चलते ही इस तरह के बड़े हादसे सामने आ रहे हैं.

जबलपुर। सतना से सीधी जा रही बस के नहर में गिर जाने से अब तक 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और इस बडे़ हादसे के बाद आखिरकार अब मध्यप्रदेश का परिवहन विभाग जागा है और अवैध तरीके से चल रही बसों के खिलाफ कार्रवाई करना शुरू कर दिया है.

परिवहन आयुक्त के निर्देश पर बस स्टैंड पहुंचे RTO

सीधी में हुए हादसे के बाद परिवहन आयुक्त ने तमाम आरटीओ को बसों के चेक करने के निर्देश दिए और इस निर्देश के बाद आज जबलपुर आरटीओ संतोष पाल, आईएसबीटी बस स्टैंड पहुंचे और संचालित हो रही बसों की जांच की. शुरुआती दौर में ही आरटीओ संतोष पाल को 2 बस मिली जो कि बिना परमिट के ही संचालित हो रही थी. इसके अलावा और भी कई खामियां बसों के संचालन में देखी गई.

बिना परमिट की बसों पर कार्रवाई

RTO संतोष पाल का गैर जिम्मेदाराना बयान

परिवहन विभाग का काम होता है कि समय-समय पर बसों को चेक करें कि क्या वह मोटर व्हीकल एक्ट के नियमों का पालन हो रहा है या नहीं, बावजूद इसके परिवहन विभाग जब इस तरह की लापरवाही बरतता है तो फिर सीधी जैसे हादसे सामने आते हैं. सीधी में 50 से ज्यादा लोगों की जान जाने के बाद भी जबलपुर परिवहन अधिकारी का कहना है कि हम समय-समय पर और रोजाना बसों की चेकिंग करते हैं और जो बसें परिवहन विभाग के नियमों के मुताबिक नहीं पाई जाती है तो फिर उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाती है.

बड़ा सवाल....? फिर क्यों चल रही है अवैध बसें जब परिवहन विभाग रखता है इन पर नजर

आरटीओ संतोष पाल के शुरुआती निरीक्षण के समय ही बस स्टैंड में दो बसे मिली जो कि बिना परमिट के चल रही थी, इतना ही नही बसों के चालक-परिचालक बिना यूनिफार्म के थे. वहीं अग्निशमन यंत्र भी बसों में नहीं मिला, इसके बाद भी आरटीओ संतोष पाल का कहना है कि हम समय-समय पर चेकिंग कर कार्रवाई करते है, अब ऐसे में साफ पता चलता है कि अगर समय पर इनकी चेकिंग होती तो ये अवैध बसें नहीं चल रही होती.

जबलपुर बस स्टैंड पर चेकिंग
RTO ने यात्रियों को बस से उतारा, दूसरे बसों के लिए परेशान होते रहे यात्री

परिवहन आयुक्त के निर्देश पर जबलपुर आरटीओ संतोष पाल ने आईएसबीटी बस स्टैंड पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की और वह बसें जो की परिवहन विभाग के तय पैमाने में नहीं थी, जैसे जिन बसों में क्षमता से ज्यादा यात्री थे उन बसों के खिलाफ कार्रवाई की और यात्रियों को भी बसों से उतारना पड़ा और फिर ऐसे में दूसरी बसों के लिए यात्री परेशान होते भी नजर आए.

सागर की बसों में नहीं मिली ओवरलोडिंग, दुरुस्त है व्यवस्था

बता दें, कि जबलपुर के आईएसबीटी बस स्टैंड से रोजाना करीब 1000 बसें संचालित होती हैं इतनी बड़ी संख्या में बसों के संचालन होने के बाद भी परिवहन विभाग का अमला बस स्टैंड से संचालित हो रही बसों पर निगरानी नहीं रखता है, ऐसे में कहा जा सकता है कि परिवहन विभाग की लापरवाही के चलते ही इस तरह के बड़े हादसे सामने आ रहे हैं.

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