जबलपुर। तिलवारा थाना अंतर्गत सिवनीटोला ऐठाखेड़ा में डोलोमाइट की अवैध खदान में ब्लास्टिंग के दौरान मजदूर घायल हो गया. जिसे इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हादसे में मजदूर के दोनों हाथों के परखच्चे उड़ गए.
कांग्रेस विधायक के करीबी है खदान
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि ऐठाखेड़ा में डोलोमाइट की अवैध खदान बरगी कांग्रेस विधायक संजय यादव के करीबी सत्येंद्र पटेल की है. सत्येंद्र पटेल ने ब्लास्टिंग का ठेका महेश यादव को दिया था. महेश यादव मजदूर से ब्लास्टिंग करा रहा थे तभी अचानक ये हादसा हो गया.
मामले को छुपाने की कोशिश
खनन कराने वाले रसूखदारों ने बिना पुलिस को बिना खबर दिए चुपके से मजदूर को एक निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया. यहां भी मामले को छुपाने के लिए झूठ बोल दिया कि एक्सीडेंट हुआ है. जिससे मजदूर को चोट आई है. देर रात पुलिस ने अस्पताल पहुंचकर पीड़ित के बयान दर्ज किए तो पता चला कि विस्फोट के दौरान यह हादसा हुआ है.बताया जा रहा है कि तिलवारा से लेकर चरगवां तक इस तरह की करीब 20 से 25 अवैध खदानें चल रही हैं. जिनमें बड़े-बड़े रसूखदार का कनेक्शन बताया जा रहा है।
प्रशासनिक अधिकारियों की भी मिलीभगत
क्षेत्र में चल रही अवैध खदानों में एसडीएम तहसीलदार की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है. बताया जा रहा है कि जितनी भी खदाना चल रहीं हैं, इनमें एसडीएम, तहसीलदार की भी मिलीभगत है. जिसकी वजह से इन पर कार्रवाई भी नहीं होती.
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि निजी अस्पताल से तहरीर प्राप्त हुई कि एक्सीडेंट से एक मजदूर के हाथ और पैर खराब हो गए हैं. जिस पर पुलिस ने तुरंत घटना स्थल एवं अस्पताल जाकर निरीक्षण किया तो पता चला कि ब्लास्टिंग के कारण मजदूर के दोनों हाथों के परखच्चे उड़ गए. उसके चेहरे व गले में भी चोटें आईं हैं.
राजस्व के साथ पर्यावरण का भी नुकसान
बरगी, सिवनीटोला ओर चरगवां क्षेत्र में डोलोमाइट पत्थर का अवैध खनन और परिवहन धड़ल्ले से हो रहा है. इसके खनन से शासन को राजस्व का नुकसान हो रही है. वहीं दूसरी तरफ पर्यावरण की हानि भी हो रही है.
ग्रामीणों को लालच देकर कराते हैं खनन
ग्रामीण क्षेत्र में अवैध खनन कर मजदूरों को पैसे का लालच देकर ऊंचे दामों में कीमती पत्थरों को बेचा जा रहा है. बरगी-चरगवां वन परिक्षेत्र के अंतर्गत भी अवैध उत्खनन का कार्य धड़ल्ले से चल रहा है. पुलिस, फॉरेस्ट व खनिज विभाग से सांठ-गांठ होने के कारण ये आसानी से अपना माल ट्रकों व ट्रेक्टर में लाद कर कारखानों में भेज रहे हैं.
मुख्य आरोपी को बचा रही पुलिस
पूरे मामले में पुलिस विधायक के करीबी को बचाने की कोशिश कर रही है. इस केस में भी विधायक के करीबी के नाम का उल्लेख नहीं किया गया है. पुलिस ने ठेका लेने वाले ठेकेदार को गिरफ्तार कर पूरा मामला ठेकेदार के खिलाफ दर्ज कर लिया है.