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जंगली सुअरों के लिए बिछाया था करंट, चपेट में आने से किसान की मौत, कौन जिम्मेदार ?

जबलपुर में एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. जहां सुअरों के लिए बिछाए गए करंट की चपेट में एक किसान आ गया. घटना में किसान की मौत हो गई है.

Farmer's death
किसान की मौत
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Published : Dec 15, 2020, 10:16 AM IST

Updated : Dec 15, 2020, 1:00 PM IST

जबलपुर। जानवरों के शिकार करने के लिए लगाए गए करंट में एक किसान की दर्दनाक मौत हो गई. किसान का नाम मोहन पटेल बताया जा रहा है, जो अपने खेत की सीमा के पास घूम रहा था, जहां उसे अचानक करंट लगा और वो वहीं गिर गया. घटना के कुछ देर बाद जब ग्रमीण पहुंचे तो वे किसान को पास के ही अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित किया.

जंगली सूअरों के लिए लगाया गया था करंट

बताया जा रहा है कि कुछ असामाजिक तत्वों ने खेत पर जंगली सूअरों को पकड़ने के लिए करंट लगाया था. जैसे ही मोहन पटेल खेत के पास घूम रहा था तभी उसका पैर वहां बिछे करंट के तार में लगा. वह उसकी चपेट में आ गया. आनन-फानन में मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने उसे इलाज के लिए सिहोरा अस्पताल लेकर गए. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. यह भी बताया जा रहा है कि खेत के पास इन दिनों जंगली सूअरों का जमावड़ा देखा जा रहा था. जिसके शिकार के लिए गांव के कुछ लोगों ने करंट बिछाया था और इसी करंट की चपेट में आने से मोहन को मौत हो गई.

किसान की मौत

आरोपियों ने मोहन पटेल के शव को रख दिया था खेत के पास

मोहन पटेल की मौत की सूचना जैसे ही सिहोरा थाना पुलिस को मिली तो वह भी मौके पर पहुंच गए. लिहाजा पुलिस की जांच में पाया गया कि जिस समय मोहन को खेत में तार से करंट लगा था और उसकी मौत हो गई थी. तो उस समय कुछ और लोग भी खेत में ही मौजूद थे. मोहन पटेल की मौत छुपाने के लिए उसके शव को कुंए के पास रख दिया था. फिलहाल सिहोरा थाना पुलिस ने शव का पंचनामा कर जांच में जुट गई है.

सबसे बड़ा सवाल यह है कि इतनी बड़ी लापरवाही के लिए कौन जिम्मदार है. प्रशासन इन असामाजिक तत्वों के खिलाफ क्या कार्रवाई करती है. क्योंकि इस गैरजिम्मेदाराना हरकत के चलते एक किसान को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा.

जबलपुर। जानवरों के शिकार करने के लिए लगाए गए करंट में एक किसान की दर्दनाक मौत हो गई. किसान का नाम मोहन पटेल बताया जा रहा है, जो अपने खेत की सीमा के पास घूम रहा था, जहां उसे अचानक करंट लगा और वो वहीं गिर गया. घटना के कुछ देर बाद जब ग्रमीण पहुंचे तो वे किसान को पास के ही अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित किया.

जंगली सूअरों के लिए लगाया गया था करंट

बताया जा रहा है कि कुछ असामाजिक तत्वों ने खेत पर जंगली सूअरों को पकड़ने के लिए करंट लगाया था. जैसे ही मोहन पटेल खेत के पास घूम रहा था तभी उसका पैर वहां बिछे करंट के तार में लगा. वह उसकी चपेट में आ गया. आनन-फानन में मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने उसे इलाज के लिए सिहोरा अस्पताल लेकर गए. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. यह भी बताया जा रहा है कि खेत के पास इन दिनों जंगली सूअरों का जमावड़ा देखा जा रहा था. जिसके शिकार के लिए गांव के कुछ लोगों ने करंट बिछाया था और इसी करंट की चपेट में आने से मोहन को मौत हो गई.

किसान की मौत

आरोपियों ने मोहन पटेल के शव को रख दिया था खेत के पास

मोहन पटेल की मौत की सूचना जैसे ही सिहोरा थाना पुलिस को मिली तो वह भी मौके पर पहुंच गए. लिहाजा पुलिस की जांच में पाया गया कि जिस समय मोहन को खेत में तार से करंट लगा था और उसकी मौत हो गई थी. तो उस समय कुछ और लोग भी खेत में ही मौजूद थे. मोहन पटेल की मौत छुपाने के लिए उसके शव को कुंए के पास रख दिया था. फिलहाल सिहोरा थाना पुलिस ने शव का पंचनामा कर जांच में जुट गई है.

सबसे बड़ा सवाल यह है कि इतनी बड़ी लापरवाही के लिए कौन जिम्मदार है. प्रशासन इन असामाजिक तत्वों के खिलाफ क्या कार्रवाई करती है. क्योंकि इस गैरजिम्मेदाराना हरकत के चलते एक किसान को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा.

Last Updated : Dec 15, 2020, 1:00 PM IST
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