जबलपुर : जज्बा, जुनून और देशसेवा की ललक...जम्मू एंड कश्मीर राइफल्स में भर्ती होने के लिए यहां आजकल महिला आर्मी की भर्ती चल रही है. यहां देशभर से लड़कियां पहुंची हैं और आर्मी में भर्ती होकर देश का नाम रोशन करना चाहती हैं. मध्यप्रदेश के चंबल अंचल की लड़कियां भी इस भर्ती में बढ़चढ़कर हिस्सा ले रही हैं. ये वहीं चंबल अंचल है जहां कभी लड़कियों को न सिर्फ शिक्षा से वंचित रखा जाता था बल्कि नाबालिग उम्र में ही शांदी के खूंटे से बांध दिया जाता था. लेकिन अब ऐसा नहीं है रुढ़िवादी परंपराओं मुंह चिढ़ाते हुए ये लड़कियां अब देश सेवा में पुरूषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सेना में भर्ती हो रही हैं.
चार राज्यों की महिलाओं की भर्ती
जम्मू एंड कश्मीर राइफल्स में 10 पदों के लिए 4 राज्यों की अट्ठारह सौ उम्मीदवारों को बुलाया गया है. इसके तहत एक पद पर 180 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं, भारतीय सेना ने 1800 महिलाओं को अपनी योग्यता दिखाने का एक अवसर दिया है और इस अवसर को भुना रही हैं चंबल अंचल की भिंड-मुरैना-ग्वालियर से आई लड़कियां, चंबल के मुरैना जिले के छोटे से गांव गंज रामपुर से सेना में भर्ती होने आई रजनी राठौर ने बताया कि वह जिस परिस्थिति में यहां आई हैं ये सिर्फ वहीं जानती हैं. रजनी बताती हैं कि गांव में लड़कियों को बिल्कुल भी सपोर्ट नहीं किया जाता है. इधर, भिंड से आई तमन्ना राजपूत कहती है कि जब उसने आर्मी में भर्ती होने की बात कही तो रिश्तेदार उससे नाराज हो गए थे. लेकिन अब तमन्ना आर्मी में भर्ती होकर अपनी तमन्ना पूरी करना चाहती हैं.
6 जोन की 1800 युवतियां पहुंची जबलपुर
जबलपुर सहित देशभर में सेना के 6 जोन के माध्यम से भर्ती हो रही है. जिसमें जबलपुर सहित पुणे, बेंगलुरु, शिलांग ,लखनऊ और अंबाला जोन शामिल हैं, जिन युवतियों के दसवीं कक्षा में 85 फीसदी से ज्यादा अंक आए हैं. उन्हें ही बुलावा भेजा गया था, मध्य प्रदेश से 1200 छत्तीसगढ़, बिहार और झारखंड से 600 उम्मीदवारों को बुलाया गया है.
सेना की जनरल ड्यूटी में शामिल होने के लिए राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ियां भी अपना भाग्य आजमा रही हैं, एथलेटिक- कुश्ती और क्रिकेट में माहिर खिलाड़ी प्रदेश के अलग-अलग जिलों से सेना में भर्ती होने के लिए पहुंची हैं, नीमच से आई संजना शर्मा क्रिकेट में मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं. उन्होंने कहा कि बीते 5 सालों से वह लगातार क्रिकेट खेल रही हैं और 3 बार मध्य प्रदेश टीम में शामिल होकर महिला क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं, संजना के साथ-साथ कई ऐसी और भी महिला राष्ट्रीय खिलाड़ी थी जो कि सेना में भर्ती होने जबलपुर पहुंची थी.
जज्बे से लबरेज लड़कियों को पहले दौर में शारीरिक दक्षता परीक्षा से गुजरना होगा. जिसमें दौड़-लंबी और ऊंची कूद शामिल है. इसके बाद पास युवतियों के दस्तावेजों की जांच होगी और फिर अप्रैल में मेडिकल टेस्ट के बाद जून में लिखित परीक्षा करवाई जाएगी और फिर इसमें पास होने वाली युवतियों को ट्रेनिंग के लिए बेंगलुरु भेजा जाएगा. जहां एक साल तक उनकी ट्रेनिंग चलेगी.