जबलपुर। प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती, जिस किसी में प्रतिभा होती है वह सामने आ ही जाती है. जबलपुर के कटंगी इलाके के भूमिका गांव का 10 साल का बच्चा अंश यादव काफी चर्चाओं में है. इतनी कम उम्र होने के बाद भी अंश को ट्रैक्टर चलाने में महारत हासिल है. वह अपने पिता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खेती करता है, ट्रैक्टर से खेत जोतता है. लेकिन एक तरफ यह उसका हुनर है, तो दूसरी तरफ यह कानूनी रूप से सही भी नहीं है. जिला परिवहन अधिकारी का कहना है कि 10 साल के बच्चे को कानून ट्रैक्टर चलाने की अनुमति नहीं देता है.
पिता की खेत में करता है मदद
10 साल के अंश यादव ने अपने पिता से पहले तो ट्रैक्टर चलाना सीखा और उसके बाद खेतों की जुताई-बुवाई और अन्य कार्य करना शुरू कर दिया. 10 साल का अंश दूसरे लोगों के खेत की जुताई भी ट्रैक्टर से करता है और पैसे कमाता है. इसके अलावा वह पढ़ाई भी करता है. अंश के पिता रंजीत यादव का कहना है कि अंश को बचपन से ही ट्रैक्टर चलाने का शौक रहा है, वह साथ ही पढ़ाई भी करता है. लेकिन कोरोना महामारी के कारण वह अभी स्कूल नहीं जा रहा है, लॉकडाउन खुलने के बाद वह वापस स्कूल जाना शुरू कर देगा.
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अंश का ट्रैक्टर चलाना कानूनी रूप से गलत
वहीं अंश के ट्रैक्टर चलाने को जिला परिवहन अधिकारी संतोष पाल ने गलत बताया है. उनका कहना है कि यदि 10 साल का बालक ट्रैक्टर चला रहा है तो वह उसकी अपनी प्रतिभा है, लेकिन कानूनी रूप से यह सही नहीं है. 18 साल के बाद ही कोई भी व्यक्ति किसी भी वाहन को चलाने के लिए सक्षम होता है.