इंदौर। शहर में नगर निगम और जिला प्रशासन एक मुहिम चलाकर गुंडे और बदमाशों के अवैध अतिक्रमण पर बुलडोजर चला रही है. लेकिन फरियादियों कि शिकायत पर एक साल बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. लवकुश विहार कॉलोनी में रहने वाले पीड़ित करीब साल भर से हाउसिंग बोर्ड की जमीन पर हो रहे कब्जे की शिकायत निगम को कर रहे हैं, लेकिन साल भर बीत जाने के बाद भी उनकी शिकायत पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.
मध्य प्रदेश गृह निर्माण मंडल यानि कि हाउसिंग बोर्ड ने लवकुश विहार पुलिया के पास शबरी नगर कॉलोनी में लोगों को निवास आवंटित किए हैं. अब यहां पर कुछ लोगों ने मनमर्जी करते हुए अवैध निर्माण और अतिक्रमण कर लिए हैं, जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
एक साल से रहवासी कर रहे शिकायत
इस पूरे मामले की शिकायत रहवासी 7 अगस्त 2019 से कर रहे हैं, लेकिन साल भर बीत जाने के बाद भी विभाग ने किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की है. एक बार फिर जिस तरह से इंदौर नगर निगम जिला प्रशासन और पुलिस विभाग ने संयुक्त अभियान चलाकर गुंडे और बदमाशों के अवैध अतिक्रमण पर कार्रवाई शुरू की है तो रहवासियों के मन में आस जागी है. ऐसे में उन्होंने पूरे मामले की शिकायत एक बार फिर अलग-अलग विभागों में की है. फिलहाल अब देखना होगा कि इस पूरे मामले में विभाग किस तरह की कार्रवाई की जाती है.
लवकुश विहार में बनाई है सरकारी बिल्डिंग
मध्य प्रदेश हाउसिंग बोर्ड ने लवकुश विहार में सरकारी बिल्डिंग बनाई है. बिल्डिंग को काफी सुविधाजनक बनाया गया है और प्रत्येक बिल्डिंग के आगे कुछ स्पेस पार्किंग के लिए भी दिया गया है. लेकिन यहां पर कुछ लोगों ने मनमर्जी से पार्किंग की जगह पर अवैध अतिक्रमण कर लिया है और वहां पर कुछ अलग-अलग तरह के निर्माण करवा लिए हैं.
अबतक नहीं हुई कार्रवाई
रहवासियों का कहना है कि जिन लोगों ने ज्यादा अवैध अतिक्रमण किया है, उनका यहां पर बिल्डिंग से कुछ लेना-देना भी नहीं है. वहीं उनकी जो बिल्डिंग है, वह आगे की साइड में है और हमारी बिल्डिंग पीछे की साइड में है. लेकिन हमारी बिल्डिंग में जो जगह खाली थी उस बिल्डिंग की जगह पर आगे वाली बिल्डिंग के कुछ लोगों ने अवैध अतिक्रमण कर लिया है. इसकी शिकायत उन्होंने कई जगह की है, लेकिन किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.
रहवासियों ने बताया कि हम इस बिल्डिंग में करीब 15 साल से रह रहे हैं. उन्होंने कई बार बिल्डिंग पर जो अवैध अतिक्रमण किए हैं, उनका विरोध करने पर वे धमकी देकर विवाद करते हैं. इसकी शिकायत भी की गई है, लेकिन अब तक किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हुई है.