ETV Bharat / state

Urban 20 Event: अब मेयर के कार्यकाल पर बवाल, महापौर परिषद ने की 'एक विधान एक संविधान' की मांग

अखिल भारतीय महापौर परिषद ने गुरुवार को इंदौर में महापौर के कार्यकाल में एकरूपता लाने की मांग की. महापौर परिषद की अध्यक्ष माधुरी पटेल पटेल ने कहा, "हम जनप्रतिनिधि हैं और हम महापौरों के लिए अधिक शक्तियों की मांग करते हुए एक प्रस्ताव भारत सरकार के नगरी प्रशासन मंत्रालय को पारित करेंगे.

Mayor Council demands ek vidhan ek samvidhan
महापौर परिषद की एक विधान एक संविधान की मांग
author img

By

Published : May 19, 2023, 7:34 AM IST

Updated : May 19, 2023, 7:42 AM IST

महापौर परिषद ने की एक विधान एक संविधान की मांग

इंदौर। देश के नगरीय निकायों में चुने जाने वाले महापौर के कार्यकाल को ''एक विधान एक संविधान'' के तहत एक जैसा करने की मांग अब महापौर परिषद द्वारा की जा रही है. इंदौर में आयोजित U20 समारोह में जुटे देश के विभिन्न हिस्सों से आए करीब एक दर्जन महापौर ने महापौर के कार्यकाल को सभी राज्यों एवं शहरों में एक जैसा करने की मांग की. इसके अलावा महापौर परिषद की अध्यक्ष और बुरहानपुर महापौर माधुरी पटेल ने बताया कि ''देशभर के महापौर की तरफ से इस आशय का एक प्रस्ताव महापौर परिषद द्वारा जल्द ही पारित करके केंद्र शासन को भेजा जाएगा.''

बेंगलुरु में महापौर का कार्यकाल 1 वर्ष: गौरतलब है देश के नगरीय निकाय में महापौर के चुनाव की विधि और कार्यकाल अलग-अलग है. बेंगलुरु में महापौर का कार्यकाल 1 वर्ष का है जबकि मुंबई में ढाई साल. इसी प्रकार मध्यप्रदेश में महापौर का कार्यकाल 5 वर्ष है जिसे जनता सीधे चुनाव के द्वारा चुनती है. वहीं, कुछ स्थानों पर अभी भी नगर निगमों में अप्रत्यक्ष रूप से महापौर चुनने की भी व्यवस्था है. इसके अलावा सीधे जनता द्वारा चुने गए महापौर को परिषद द्वारा चुने गए महापौर से अधिकारों में भी भिन्नता है.

नगरी प्रशासन मंत्रालय को भेजा जाएगा प्रस्ताव: कई बार नगर निगम और नगर पालिका में आयुक्त एवं महापौर के अधिकारों को लेकर भी विरोधाभासी स्थिति भी बनती है. यही वजह है कि अब महापौर परिषद देश के सभी महापौर का कार्यकाल और उनके अधिकारों को लेकर मैदान में हैं. बताया जा रहा है कि जल्द ही इस आशय का प्रस्ताव तैयार करके केंद्र शासन एवं भारत सरकार के नगरी प्रशासन मंत्रालय को भेजा जाएगा. जिसकी रूपरेखा मध्यप्रदेश में ही बन रही है. गौरतलब है पूर्व में महापौर के अधिकारों को लेकर कोई संगठन अथवा व्यवस्था नहीं थी. हालांकि अब महापौर अखिल भारती महापौर परिषद के गठन के बाद अपने अधिकारों के लिए भी सक्रिय हैं.

महापौर परिषद ने की एक विधान एक संविधान की मांग

इंदौर। देश के नगरीय निकायों में चुने जाने वाले महापौर के कार्यकाल को ''एक विधान एक संविधान'' के तहत एक जैसा करने की मांग अब महापौर परिषद द्वारा की जा रही है. इंदौर में आयोजित U20 समारोह में जुटे देश के विभिन्न हिस्सों से आए करीब एक दर्जन महापौर ने महापौर के कार्यकाल को सभी राज्यों एवं शहरों में एक जैसा करने की मांग की. इसके अलावा महापौर परिषद की अध्यक्ष और बुरहानपुर महापौर माधुरी पटेल ने बताया कि ''देशभर के महापौर की तरफ से इस आशय का एक प्रस्ताव महापौर परिषद द्वारा जल्द ही पारित करके केंद्र शासन को भेजा जाएगा.''

बेंगलुरु में महापौर का कार्यकाल 1 वर्ष: गौरतलब है देश के नगरीय निकाय में महापौर के चुनाव की विधि और कार्यकाल अलग-अलग है. बेंगलुरु में महापौर का कार्यकाल 1 वर्ष का है जबकि मुंबई में ढाई साल. इसी प्रकार मध्यप्रदेश में महापौर का कार्यकाल 5 वर्ष है जिसे जनता सीधे चुनाव के द्वारा चुनती है. वहीं, कुछ स्थानों पर अभी भी नगर निगमों में अप्रत्यक्ष रूप से महापौर चुनने की भी व्यवस्था है. इसके अलावा सीधे जनता द्वारा चुने गए महापौर को परिषद द्वारा चुने गए महापौर से अधिकारों में भी भिन्नता है.

नगरी प्रशासन मंत्रालय को भेजा जाएगा प्रस्ताव: कई बार नगर निगम और नगर पालिका में आयुक्त एवं महापौर के अधिकारों को लेकर भी विरोधाभासी स्थिति भी बनती है. यही वजह है कि अब महापौर परिषद देश के सभी महापौर का कार्यकाल और उनके अधिकारों को लेकर मैदान में हैं. बताया जा रहा है कि जल्द ही इस आशय का प्रस्ताव तैयार करके केंद्र शासन एवं भारत सरकार के नगरी प्रशासन मंत्रालय को भेजा जाएगा. जिसकी रूपरेखा मध्यप्रदेश में ही बन रही है. गौरतलब है पूर्व में महापौर के अधिकारों को लेकर कोई संगठन अथवा व्यवस्था नहीं थी. हालांकि अब महापौर अखिल भारती महापौर परिषद के गठन के बाद अपने अधिकारों के लिए भी सक्रिय हैं.

Last Updated : May 19, 2023, 7:42 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.