इंदौर। गणतंत्र दिवस कल देशभर में धूमधाम से मनाया गया. राष्ट्रीय पर्व के मौके पर कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय में बड़ी संख्या में पर्टयक पहुंचे. जिससे चिड़ियाघर प्रबंधन को 5 लाख से भी अधिक राशि के आमदनी इन सैलानियों की पहुंचने पर हुई. प्रबंधन के मुताबिक मंगलवार को चिड़ियाघर में करीब 25,000 से ज्यादा पर्यटक पहुंचे थे. इस चिड़ियाघर की शुरुआत 1974 में शहर के नौलखा क्षेत्र में नगर निगम द्वारा की गई थी. उसके बाद से ही चिड़ियाघर में दर्शकों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. गणतंत्र दिवस के मौके पर बड़ी संख्या में सैलानी की भीड़ उमड़ी. हालांकि यह पहली बार नहीं है कि जब चिड़ियाघर में इतनी भीड़ पहुंची हो, इससे पहले भी नई साल के दिन भी प्राणी संग्रहालय में करीब 27000 से अधिक सैलानी पहुंचे थे. वहीं कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय के प्रभारी डॉक्टर उत्तम यादव के अनुसार लगातार प्राणी संग्रहालय में आने वाले सैलानियों की संख्या में वृद्धि हो रही है.
5 लाख से ज्यादा जू को आमदनी
बड़ी संख्या में पहुंचे सैलानियों के चलते प्राणी संग्रहालय को करीब 5 लाख से अधिक की राशि आमदनी के रूप में मिली है. लगातार यहां पहुंचने वाले सैलानियों की संख्या में वृद्धि हो रही है. इसी के चलते प्राणी संग्रहालय प्रबंधन द्वारा यहां व्यवस्था में परिवर्तन किया गया है. प्रबंधन द्वारा स्टाफ के साथ-साथ यहां वॉलिंटियर्स को भी भीड़ को नियंत्रित करने के यह लगाया जाता है.
कोरोना गाइडलाइन का विशेष तौर पर किया गया पालन
कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय के प्रभारी डॉक्टर उत्तम यादव के अनुसार बड़ी संख्या में पहुंची भीड़ के बावजूद प्राणी संग्रहालय में कोरोना गाइडलाइन का विशेष तौर पर पालन किया गया था. इसके साथी बिना मास्क पहने सैलानियों को परिसर में एंट्री नहीं दी गई. लगातार परिसर में लाउडस्पीकर के माध्यम से लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग व कोरोना गाइडलाइन का पालन करने के लिए हिदायत भी दी जा रही थी.
सुरक्षा के लिए किए गए थे पुख्ता इंतजाम
प्राणी संग्रहालय के प्रभारी डॉक्टर उत्तम यादव के अनुसार राष्ट्रीय पर्व के दिन सैलानियों की बड़ी संख्या के पहुंचने को लेकर प्रबंधन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. परिसर में जहां पिंजरों के आसपास स्टाफ को लगाया गया था. वहीं मुख्य द्वार पर पुलिस सुरक्षा के लिए पुलिस विभाग से भी मदद ली गई थी किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति ना बने इसलिए लगातार प्रबंधन द्वारा पूरे परिसर में कैमरों से निगरानी भी रखी जा रही थी.