इंदौर। हर सब्जी का जायका बढ़ाने वाला लाल टमाटर मानसून की दस्तक से भाव में भी लाल नजर आ रहा है. स्थिति यह है कि बारिश में मंडियों में आने वाले टमाटर की आवक एक चौथाई भी नहीं बची है. लिहाजा सब्जी मंडियों में प्रति किलो टमाटर ₹80 और फुटकर में इसकी कीमत करीब ₹120 किलो तक हो गई है. टमाटर के बढ़े भाव ने गृहणियों की चिंता बढ़ा दी है.
17 सौ रुपए कैरेट में मिल रहा टमाटर: दरअसल इंदौर की चोइथराम फल सब्जी मंडी में मध्य प्रदेश के निमाड़ समेत आसपास के इलाकों से आने वाला टमाटर बारिश में खराब हो चुका है. जितनी की आवक हो रही है. वह मांग के हिसाब से बहुत कम है. लिहाजा महाराष्ट्र के नारायणगांव से प्रतिदिन अब टमाटर की 15 से 20 गाड़ियां चोइथराम फल सब्जी मंडी आ रही है. लिहाजा मंडी में टमाटर की प्रति कैरेट 17 सौ रुपए से अट्ठारह सौ रुपए की मिल रही है. जिसमें प्रति कैरेट में करीब 22 से 23 किलो टमाटर आ रहे हैं.
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100-120 किलो में बिक रहा टमाटर: इधर फुटकर टमाटर विक्रेता मंडी से जो टमाटर खरीद कर शहर में बेच रहे हैं. वह मंडी शुल्क चुकाने के साथ अन्य खर्चा जोड़कर फुटकर में उसे ₹100 से ₹120 किलो बेच रहे हैं. जाहिर है बारिश की शुरुआत और ईद के मौके पर टमाटर की महंगाई गृहणियों को भी भारी पड़ रही है. इसके अलावा इंदौर के ग्रामीण क्षेत्रों से जो टमाटर मंडी आ रहा था. वह भी खेतों में ही खराब होने और गल जाने के कारण नहीं आ रहा है. मंडी में टमाटर के थोक विक्रेता संजय शर्मा बताते हैं कि एक गाड़ी में 10 टन टमाटर की आपूर्ति इंदौर में हो रही है. हालांकि मांग इसकी दोगनी है, लेकिन फिर भी टमाटर की खरीदी को लेकर हालात सामान्य है. ग्राहक महंगाई के कारण जरूरत पूर्ति के हिसाब से ही खरीदी कर रहा है. उन्होंने बताया धीरे-धीरे महाराष्ट्र के अलावा मध्यप्रदेश से भी आवक बढ़ते ही टमाटर के दाम फिर सामान्य हो जाएंगे, लेकिन ईद के मौके पर टमाटर के भाव महंगे ही रहने वाले हैं.