इंदौर। मध्यप्रदेश में शिक्षा के स्तर को बेहतर करने के दावे तो बड़े-बड़े किए जाते हैं, जबकि हकीकत तो ये है कि परीक्षा के परिणाम विश्वविद्यालय ठीक नहीं दे पा रहे हैं. छात्रों को खुद विश्वविद्यालय प्रशासन को याद दिलाना पड़ रहा है कि गड़बडी वाले परीक्षा परिणाम में सुधार कर सही परिणाम घोषित किया जाना चाहिए.
देवी अहिल्याबाई विश्वविद्यालय ने B.Ed का रिजल्ट जारी किया था, जिसके बाद इंदौर के वैष्णव और खालसा कॉलेज के छात्र रिजल्ट में गड़बड़ी की शिकायत लेकर विश्वविद्यालय पहुंचे थे, जिस पर कुलपति ने कॉपियों की सैंपलिंग कराए जाने और सही परिणाम घोषित किए जाने का आश्वासन दिया था. साथ ही कुलपति ने 4 नवंबर को रिजल्ट जारी करने का आश्वासन छात्रों को दिया था, लेकिन जब छात्र रिजल्ट जानने विश्वविद्यालय पहुंचे तो विश्वविद्यालय प्रशासन अब कॉपियों की सैंपलिंग कराए जाने की वजह से कॉपियों की रिवैल्युएशन कराए जाने की बात कह रहा है.
छात्रों का आरोप है कुलपति के आश्वासन के बाद भी विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों की समस्याओं का समाधान नहीं कर रहा है.