इंदौर। पूर्व लोकसभा स्पीकर और इंदौर से 8 बार सांसद रही सुमित्रा महाजन 'ताई' (Sumitra Mahajan) को सोमवार को भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) ने पद्म भूषण से नवाजा. पद्म भूषण मिलने के बाद इंदौर में सुमित्रा महाजन ने कहा कि वो अब भी राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाएगी. उन्होंने कहा कि मुझे पद्म भूषण मिला है. मैंने राजनीति से अभी सन्यास नहीं लिया. मैं अब भी पार्टी में कार्यकर्ता के रुप में काम करेगी. इसी के साथ उन्होंने कहा कि मैं सामाजीक कार्य भी करती रहूंगी.
राजनीति से नहीं लिया सन्यास, रहूंगी सक्रिय
दिल्ली में पद्म भूषण पुरस्कार प्राप्त करने के बाद इंदौर पहुंची सुमित्रा महाजन ने पार्टी आलाकमान के सामने स्पष्ट कर दिया कि पार्टी के पदों से तो पूर्व हुआ जा सकता है, लेकिन कार्यकर्ता कभी पूर्व नहीं होता. उन्होंने कहा कि भले अब मैं सांसद और लोकसभा स्पीकर नहीं हूं, लेकिन मैंने राजनीति से संन्यास नहीं लिया है. अब भी मैं राजनीतिक से लेकर सामाजिक जीवन में एक कार्यकर्ता के बतौर सक्रिय रहूंगी.
अच्छे कामों की वजह से मिला मुकाम
ताई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आखरी चरण में उन्होंने मुझे लोकसभा स्पीकर का पद दिया. क्योंकि उन्होंने भी कहीं ना कहीं मेरे साथ संगठन में काम किया था. सुमित्रा महाजन ने कार्यकर्ताओं से मुखातिब होते हुए कहा कि उन्हें जो पहचान मिली है वह अच्छे कामों के कारण मिली है. इंदौर में सालों साल जो काम किए और यहां के लोगों का जो प्रेम है. उसके कारण यह मुकाम हासिल हो सका है.
सांसद प्रज्ञा ठाकुर का अजान को लेकर बड़ा बयान, कहा- इस आवाज से नींद खराब होती है
प्रमाणिकता से काम करो, तो सफलता मिलेगी
सुमित्रा महाजन ने कहा कि यह सम्मान साधारण से साधारण काम करने वाली महिला का सम्मान है, जो लोकमाता अहिल्याबाई होलकर के आशीर्वाद से ही संभव है. उन्होंने आज के दौर के नेताओं को सीख देते हुए कहा प्रमाणिकता से काम करो, तो सफलता जरूर मिलती है. वही उन्होंने कहा कि बीते तीन-चार सालों में देश के उल्लेखनीय कार्य करने वाले लोगों को पुरस्कार की प्रक्रिया में भी उल्लेखनीय परिवर्तन हुआ है. आज के दौर में सिर्फ वास्तव में काम करने वाले लोग ही पुरस्कृत हो रहे हैं.